मुंबई के गेंदबाजों को मिलेगा फायदा
आईपीएल के 13वें सीजन में मुंबई इंडियंस की टीम ने शानदार प्रदर्शन किया था और यूएई में टीमों को बड़े अंतर से हराकर खिताब को अपने नाम किया। इसको लेकर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का मानना है कि यूएई में होने वाले दूसरे लीग में भी मुंबई इंडियंस की टीम जीत की सबसे मजबूत दावेदार होगी क्योंकि परिस्थितियां उनके खिलाड़ियों के पक्ष में नजर आ रही होंगी।
उन्होंने कहा,'मुंबई इंडियंस की टीम ने अभी तक के मैच उन परिस्थितियों में खेले थे जहां पर वो अक्सर नहीं खेलते नजर आते हैं। जब आप चेपॉक या दिल्ली की परिस्थितियों को देखते हैं तो वो वानखेड़े से बिल्कुल अलग नजर आती हैं, और जैसा कि मैंने पहले ही कहा है कि वो ऐसी परिस्थितियों में खेलने जा रहे हैं जो कि उनके गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह, ट्रेंट बोल्ट के पक्ष में नजर आती है।'
यूएई में मुंबई इंडियंस को नहीं होगी परेशानी
स्टार स्पोर्टस के शो गेम प्लान में बात करते हुए गंभीर ने कहा कि मुंबई इंडियंस की टीम और उसके खिलाड़ियों को चेपॉक के मैदान पर संघर्ष करना पड़ा लेकिन यूएई की परिस्थितियां उन्हें भाती हैं और मुझे यकीन है कि वो एक बार फिर से दबदबा बनाती नजर आयेंगी।
उन्होंने कहा,'यूएई में मुंबई के तेज गेंदबाजों को स्विंग मिलती नजर आयेगी जो कि उन्हें और भी खतरनाक बनायेगी। इसके साथ ही मुंबई की टीम स्विंग बॉलिंग करने में माहिर है और उनके पास तेज क्वालिटी गेंदबाज हैं और यह उनके लिये फायदेमंद साबित होगी। इसके साथ ही उनके बल्लेबाज चाहते हैं कि गेंद आसानी से उनके बल्ले पर आ सके, रोहित शर्मा और हार्दिक पांड्या को चेपॉक के मैदान पर परेशानी हुई थी क्योंकि वहां पर गेंद काफी रुक रही थी और स्पिन कर रही थी लेकिन यूएई में ऐसा नहीं हुआ।'
मुंबई इंडियंस की टीम होगा फायदा
गौतम गंभीर ने आगे अपनी बात रखते हुए कहा कि 5 बार की आईपीएल चैम्पियन को अबुधाबी, दुबई और शारजाह की पिच पर खेलने में कोई परेशानी नहीं होगी क्योंकि पिछले साल वो यहां पर खेल चुके हैं। हालांकि गंभीर ने इस बात को स्वीकार किया कि मुंबई की टीम अब एक और भी मैच हारना बर्दाश्त नहीं कर सकती।
उन्होंने कहा,'जैसे ही मुंबई की टीम दुबई या अबुधाबी में खेलना शुरू कर देगी तो उसे कोई परेशानी नहीं होने वाली है, यही कारण है कि मुझे लगता है कि मुंबई इंडियंस की टीम को बाकियों को मुकाबले फायदा रहेगा। हालांकि अब वो सीजन में धीमी शुरुआत के बाद और हार बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। मुंबई की टीम को 7 मैच खेलने हैं और क्वालिफाई करने के लिये उन्हें कम से कम 5 मैचों में जीत की दरकार है। तो वो ऐसी परिस्थिति में नहीं पहुंचना चाहेंगे जहा उन्हें 5 में से 5 मैचों में जीत हासिल करने की दरकार हो।'