बूढ़ा कहने वालों को हरभजन सिंह का करारा जवाब
हरभजन सिंह ने बुधवार को इसी बात का जवाब देते हुए अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया और कहा कि उन्हें किसी को कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है और वो सिर्फ इसलिये खेल रहे हैं क्योंकि वह खेलना चाहते हैं।
न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए हरभजन सिंह ने कहा,'कई लोग अक्सर मेरी उम्र का हवाला देकर यह सवाल करते हैं कि मैं अभी भी क्यों खेल रहा हूं, संन्यास क्यों नहीं ले लेता। तो इसका बस इतना सा जवाब है कि मैं अपने जीवन में जितनी भी क्रिकेट बची है उसका आनंद लेना चाहता हूं, और वैसे भी यह उनकी सोच है मेरी नहीं, मुझे लगता है कि मैं अभी खेल सकता हूं तो मैं खेलूंगा।'
मुझे किसी को साबित करने की जरूरत नहीं
हरभजन ने आगे बात करते हुए मुझे नहीं लगता कि मुझे किसी को भी साबित करने की जरूरत है इसीलिये मुझे किसी की सोच से फर्क नहीं पड़ता।
उन्होंने कहा, 'मुझे किसी को भी या किसी के सामने कुछ भी साबित करने की दरकार नहीं है। मेरा दिल अच्छा खेलने और मैदान पर खेल को एन्ज्वॉय करना है। क्रिकेट खलेने से मुझे आज भी सुकून मिलता है। मैंने अपने लिये कुछ पैरामीटर्स बनाये हैं और अगर मैं उसे पूरा कर पाने में नाकाम रहता हूं तो उसका दोष सिर्फ मेरा होगा। मैं तब खुद से पूछना चाहूंगा कि क्या मेरे प्रयास में कोई कमी थी। हां यह सच है कि मैं अब 20 साल का नहीं हूं तो वो अभ्यास नहीं कर सकता जो उस उम्र में किया करता था। मैं 40 साल का हूं लेकिन मुझे पता है कि मैं अभी भी फिट हूं और इस स्तर पर सफल होने के लिये जो कर सकता हूं वो करूंगा।'
हरभजन ने बताया आईपीएल 2020 में न खेल पाने का कारण
गौरतलब है कि हरभजन सिंह ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत 1998 में टेस्ट क्रिकेट के साथ की थी जिसके बाद से लेकर 2015 तक खेले गये अंतर्राष्ट्रीय मैचों में उन्होंने 700 से ज्यादा विकेट हासिल करने का काम किया। हरभजन सिंह ने पिछले साल आईपीएल में नहीं खेल पाने को लेकर भी बात की और कहा कि जब आईपीएल का आयोजन हो रहा था तो कोरोना वायरस अपने चरम पर था और मैं अपने परिवार के बारे में सोच रहा था।
उन्होंने कहा,' पहले तो पिछला सीजन यूएई में खेला जाना था, उसके अलावा कोरोना वायरस को लेकर सभी को पहले वहां जाकर क्वारंटीन होना था और फिर भारत आकर भी क्वारंटीन होना था। इसके अलावा कोरोना का संक्रमण अपने चरम पर था। इस साल यह टूर्नामेंट भारत में हो रहा है और हम नये नॉर्मल में रहने के आदी हो चुके हैं। वैक्सीन आ चुकी है और मेरा परिवार चाहता है कि मैं खेलूं तो मैं यहां पर खेलने के लिये हूं।'