हार्दिक ने छोड़ा कैच
हुआ ऐसा कि धवन और पृथ्वी शॉ, दिल्ली के सलामी बल्लेबाज, मुंबई के 138 रन के लक्ष्य का पीछा करने के लिए मैदान पर थे। इस बार, मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा ने तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट के हथियार का उपयोग करने का फैसला किया। लेकिन धवन ने चौकों की झड़ी लगाकर अपना खाता खोला। ओवर की आखिरी गेंद को बोल्ट ने बड़ी फुर्ती के साथ फेंका। इस पर धवन ने साइड से शॉट मारने की कोशिश की। लेकिन ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने गेंद को पकड़ने का मौका नहीं गंवाया क्योंकि वह पहले से ही वहां खड़े थे। हार्दिक ने गोता लगाते हुए गेंद को लपका । मुंबई की टीम जश्न मनाने लगी कि धवन आउट हो गए। लेकिन धवन संतुष्ट नहीं थे, ऐसे में जब मामला थर्ड अंपायर के पास पहुंचा तो देखा गया कि हार्दिक के हाथों में गेंद समाने से पहले थोड़ी सी जमीन को छू गई। ऐसे में थर्ड अंपायर ने धवन को नाॅटआउट करार दिया।
फिर बड़े भाई ने लपका कैच
हालांकि छोटे भाई से टपकाए कैच की भरपाई बड़े भाई ने की। 15वें ओवर की पांचवीं गेंद पर धवन राहुल चाहर की चाल में फंस गए। धवन ने मिड ऑन की तरफ चाैके के लिए कड़क शाॅट खेला, लेकिन वहां तैनात क्रुणाल ने फुर्ती से गोता लगाते हुए कैच लपक लिया। धवन जब आउट हुए तो मैच मुंबई के हाथों से निकल चुका था। धवन ने 42 गेंदों में 45 रनों की पारी खेली, जिसमें 5 चाैके व 1 छक्का शामिल रहा। जब वो आउट हुए तो टीम का स्कोर 100 तक पहुंच चुका था। ऐसे में टीम को 30 गेंदों में सिर्फ 38 रनों की जरूरत थी जिसे ललित यादव व शिमरोन हेटमायर ने पूरा किया।
ऐसा रहा मैच
बता दें कि मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करेत हुए दिल्ली के सामने 9 विकेट खोकर 138 रनों का लक्ष्य रखा। मुंबई के लिए 30 गेंदों में 44 रनों की पारी रोहित शर्मा के बल्ले से निकली, जिसमें 3 चाैके व इतने ही छक्के शामिल रहे। इनके अलावा सूर्यकुमार ने 24, इशान किशन ने 26 जबकि जयंत यादव ने 23 रनों का योगदान दिया। दिल्ली के लिए अमित मिश्रा ने शानदार गेंदबाजी की जिन्होंने 4 ओवर में 24 रन देकर 4 शिकार किए। जवाब में उतरी दिल्ली कैपिटल्स ने पृथ्वी शाॅ(7) के जल्दी आउट होने के बाद धवन, स्टीव स्मिथ(33) की पारी से शानदार शुरूआत की। फिर ललित यादव ने 22, जबकि शिमरोन हेटमायर ने 14 रनों की नाबाद पारी खेलते हुए टीम को शेष 5 गेंदें रहते टीम को 6 विकेट से जीत दिला दी। यह दिल्ली की 4 मैचों में तीसरी जीत रही है जबकि मुंबई को दूसरी हार का सामना करना पड़ा है।