प्लेऑफ में पहले ही क्वॉलिफाई कर चुकी है दिल्ली-चेन्नई
उल्लेखनीय है कि रोहित शर्मा की कप्तानी वाली मुंबई इंडियंस की टीम को इस सीजन खेले गये 10 मैचों में से सिर्फ 4 में ही जीत मिली है और उसका नेट रन रेट भी -0.551 पहुंच गया है, और 2018 के बाद पहली बार यह चैम्पियन टीम अंकतालिका में 7वें पायदान पर पहुंच गई है। 2018 में जह यह हुआ था तो मुंबई की टीम क्वालिफाई नहीं कर सकी थी। गौरतलब है कि आईपीएल 2021 के प्लेऑफ की रेस में फिलहाल दिल्ली कैपिटल्स और चेन्नई सुपर किंग्स की टीम क्वालिफाई कर चुकी है और सनराइजर्स हैदराबाद की टीम इस रेस से बाहर हो चुकी है। ऐसे में प्लेऑफ के लिये बचे हुए 2 स्थान के लिये 5 टीमें रेस में नजर आ रही हैं। ऐसे में आइये प्लेऑफ के उन समीकरण पर बात करते हैं जिसके तहत मुंबई इंडियंस अभी भी प्लेऑफ में जगह बना सकती है।
अगर बचे हुए चारों मैच में जीत हासिल कर ले मुंबई
मुंबई इंडियंस की टीम को लीग स्टेज पर अभी भी 4 मैच खेलने बाकी हैं, जिसमें उन्हें पंजाब किंग्स, दिल्ली कैपिटल्स, सनराइजर्स हैदराबाद और राजस्थान रॉयल्स का सामना करना है। ऐसे में अगर मुंबई इंडियंस की टीम बचे हुए चारों मैचों में जीत हासिल करने में कामयाब रहती है तो वो बिना किसी गणित के प्लेऑफ के लिये क्वालिफाई कर जायेगी। हालांकि यह करना आसान नहीं होगा क्योंकि आईपीएल के पहले हाफ में पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स की टीम उसे मात दे चुकी है।
अगर एक और मैच में मिली हार तो मुश्किल हो जायेगी राह
वहीं मुंबई इंडियंस की टीम को बचे हुए मैचों में अगर एक में भी हार का सामना करना पड़ता है तो नेट रन रेट खेल में आ जायेगा। एक हाल का मतलब है कि मुंबई इंडियंस की टीम अधिकतम 14 अंक हासिल कर सकती है और फिलहाल उसका नेट रन रेट इतना कम है कि वो 7वें पायदान पर खिसकी हुई है। ऐसे में मुंबई की टीम को बचे हुए मैचों में सिर्फ जीत नहीं हासिल करनी होगी बल्कि बड़ी जीत हासिल करनी होगी, ताकि नेट रन रेट में सुधार हो सके और जब नेट रन रेट खेल में आये तो उनकी टीम क्वालिफाई कर सके। हालांकि अगर मुंबई की टीम एक से ज्यादा मैच में हार जाती है तो उसके प्लेऑफ तक पहुंचने के रास्ते बंद हो जायेंगे क्योंकि वह तब सिर्फ 12 अंक ही हासिल कर सकेगी और अंकतालिका में 2 टीमों के 16 अंक होने के चलते 12 अंक के साथ क्वालिफाई कर पाना नामुमकिन है।