इस वजह से आंद्रे रसेल को नहीं मिला मौका
कोलकाता नाइट राइडर्स के मुख्य कोच ब्रैंडन मैक्कलम ने इस सवाल का जवाब देते हुए बताया कि इस खिताबी मुकाबले में आखिरकार क्यों आंद्रे रसेल को मौका नहीं मिला। उल्लेखनीय है कि आंद्रे रसेल को यूएई लेग के लीग स्टेज पर सीएसके के खिलाफ मैच में ही चोट लगी थी जिसके बाद वो हैमस्ट्रिंग इंजरी से रिकवरी कर रहे थे। मैक्कलम ने बताया कि आंद्रे रसेल फाइनल मैच खेलने के लिये उपलब्ध थे लेकिन इसके बावजूद उन्हें खिलाने पर रिस्क था जिसे देखते हुए मैनेजमेंट ने टीम के विनिंग कॉम्बिनेशन से छेड़छाड़ नहीं करने का फैसला किया और हम बिना बदलाव के सीएसके के खिलाफ उतरे।
पोस्ट मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए मैक्कलम ने कहा,'यह सच है कि लीग के शुरुआती मैचों के दौरान रसेल को हैमस्ट्रिंग चोट लग गई थी, उन्होंने बहुत मेहनत की और खुद को फाइनल मैच के लिये उपलब्ध कराने की कोशिश कि, हालांकि मुझे लगा कि अगर फाइनल के दौरान यह चोट दोबारा उभर आयी तो हम इसका खामियाजा नहीं भर पायेंगे। अंत में हमने उसी टीम के साथ आगे जाने का फैसला किया जिसने अभी तक शानदार प्रदर्शन किया और हमें फाइनल तक पहुंचाया।'
टीम के प्रदर्शन पर है गर्व
केकेआर कोच ने आगे बात करते हुए कहा कि उन्हें अपनी टीम के सभी खिलाड़ियों पर गर्व है जिन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया, हालांकि हमारे लिये निराशाजनक रहा कि हम वो प्रदर्शन फाइनल में नहीं कर सके और सीएसके ने हमसे बेहतर खेलकर हमें चारो खाने चित्त कर दिया।
उन्होंंने कहा,' जरा देखिये कि कितनी अलग परिस्थिति थी, हम जब यूएई लेग में पहुंचे तो शायद ही किसी को लगा होगा कि हम फाइनल में पहुंच सकेंगे। पर हमारे खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और पहले प्लेऑफ तक लेकर आये और दो बड़ी अच्छी टीमों को हराकर हमने फाइनल में जगह बनायी। हमारे लिये पहला हाफ अच्छा नहीं रहा लेकिन हमने अच्छी वापसी की और उम्मीद है कि अगले सीजन हम फिर से वापसी करेंगे।'
कप्तानी शानदार पर बल्लेबाजी में फ्लॉप रहे मोर्गन
मैक्कलम ने इस दौरान केकेआर के कप्तान इयोन मोर्गन की जमकर तारीफ की जिन्होंने इस सीजन कप्तानी तो अच्छी की लेकिन बल्लेबाजी में उनका बल्ला काफी खामोश रहा। मैक्कलम ने आईपीएल के दूसरे लेग में 10 मैच खेलकर सिर्फ 38 रन ही बनाये जो कि किसी भी तरह से अच्छा प्रदर्शन नहीं कहा जा सकता।
उन्होंने कहा,' मोर्गन ने बहुत शानदार कप्तानी की, उन्होंने बिल्कुल वो काम किया जिसके लिये हम उन्हें जानते हैं और टी20 प्रारूप में कुछ ऐसे ही बेहतरीन कप्तान की दरकार होती है। मुझे लगा था कि टीम को आगे ले जाने में उनकी कप्तानी अहम भूमिका निभायेगी, हालांकि उनके बल्ले से रन नहीं आ सके। उन्होंने काफी कोशिश और मेहनत की और हमने भी उन्हें उस पॉजिशन पर भेजने की कोशिश की जिसमें वो सबसे ज्यादा सफल रहे हैं, हालांकि उनके लिये यह सफल साबित नहीं हो सका।'