अच्छा है आईपीएल नीलामी में नहीं बिका
उल्लेखनीय है कि आईपीएल 2021 की नीलामी के लिये 1100 से ज्यादा खिलाड़ियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था लेकिन लगभग 300 खिलाड़ियों को ही शॉर्टलिस्ट किया गया जिसमें मार्नस लाबुशेन का नाम शामिल नहीं था।
पीए मीडिया से बात करते हुए लाबुशेन ने कहा,' आईपीएल की नीलामी में शॉर्टलिस्ट नहीं होना फिलहाल तो दुख के भेष में सुख नजर आ रहा है। आईपीएल में अगर मेरा चयन होता तो मै वाकई में इसका आनंद लेता क्योंकि यह भाग लेने के लिये बेहद शानदार टूर्नामेंट है। लेकिन हर सिक्के के दो पहलू बोते हैं। अगर मैं अभी वहां पर आईपीएल खेल रहा होता तो मैं दूर होता और उस शील्ड के साये में होता जिसका दाम चुकाना आसान नहीं है। भारत में इस समय परिस्थितियां बिल्कुल भी अच्छी नहीं हैं।'
बायोबबल में सुरक्षित हैं ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी
उल्लेखनीय है कि भारत में इस समय कोरोना वायरस की दूसरी लहर जारी है जिसके चलते लगभग हर रोज 3 लाख से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं और कई जरूरी दवांओं और ऑक्सीजन सप्लाई की शॉर्टेज देखने को मिल रही है। इस दौरान लाबुशेन ने यह भी साफ किया कि लीग में खेल रहे ज्यादातर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बायोबबल में सुरक्षित महसूस कर रहे हैं लेकिन टूर्नामेंट के बाद वापस आने को लेकर चिंतित हैं।
उन्होंने कहा,'आप उन खिलाड़ियों के लिये महसूस कर सकते हैं, हालांकि मैंने जिन भी खिलाड़ियों से बात की है उनमें से ज्यादातर बायोबबल में सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। यह पर बात ऑस्ट्रेलिया वापस आने को लेकर समस्या नजर आती है। मैं बस उम्मीद करता हूं कि वो जहां हैं वहां सुरक्षित रहें और जब भी ऑस्ट्रेलिया आ सकें सुरक्षित पहुंचे।'
देश से बाहर लॉक होने के डर से ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने छोड़ा आईपीएल
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने भारत में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए 15 मई तक सीधे पहुंचने वाली सभी फ्लाइटस पर रोक लगा दी है। वहीं अपने ही देश से बाहर लॉक कर दिये जाने के डर से एंड्रयू टॉई, केन रिचर्डसन और एडम जम्पा जैसे खिलाड़ियों ने आईपीएल छोड़कर वापस लौटने का फैसला किया।
हालांकि ऑस्ट्रेलियाई अंपायर पॉल रीफ का आईपीएल छोड़ने का फैसला डेड एंड पर जाकर रुक गया है खास तौर से तब जब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच यात्रा सेवायें स्थगित कर दी गई हैं। आपको बता दें आईपीएल के सभी लीग मैच 23 मई को समाप्त हो जायेंगे जिसके बाद ज्यादातर विदेशी खिलाड़ी अपने देश लौटेंगे तो वहीं पर 26 मई तक सभी प्लेऑफ खेल लिये जायेंगे और 30 मई को फाइनल खेला जायेगा।