आईपीएल में ऐसा करने वाली दूसरी टीम बनी
चेन्नई सुपरकिंग्स के लिये इस मैच में शुरुआत कुछ खास नहीं रही और उसने पावरप्ले के दौरान सिर्फ 24 रन ही बनाये और इस दौरान अपने 4 अहम विकेट खो दिये। हालांकि ऋतुराज गायकवाड़ (नाबाद 88), रविंद्र जडेजा (26) और ड्वेन ब्रावो (23) की अहम पारियों के चलते सीएसके की टीम सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रही और अंत में मैच को भी अपने नाम किया। आईपीएल के इतिहास में ऐसा दूसरी बार ही हुआ है जब किसी टीम ने 24 या उससे कम रन के स्कोर पर 4 विकेट खो देने के बाद मैच में जीत हासिल की हो। सीएसके की टीम से पहले यह कारनामा सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने किया था जिसने 2013 में पुणे वॉरियर्स इंडिया के खिलाफ महज 17 रन पर अपने 4 विकेट खो दिये थे जिसके बाद उसने मैच में 11 रन से जीत हासिल की थी।
2 साल बाद मुंबई को चेज करते हुए मिली हार
वहीं मुंबई की टीम के साथ साल 2014 के बाद महज दूसरी बार ऐसा हुआ है जब वो 160 रनों का पीछा करते हुए हार गई हो। चेन्नई के खिलाफ मिली इस हार से पहले मुंबई की टीम को 2018 में सनराईजर्स हैदराबाद के खिलाफ 119 रनों का पीछा करते हुए हार मिली थी। इतना ही नहीं रनों का पीछा करते हुए मुंबई इंडियंस की टीम को 2019 के बाद पहली बार हार का सामना करना पड़ा है। पिछले 12 मैचों में मुंबई इंडियंस की टीम ने रनों का पीछा करते हुए 10 में जीत और एक में बराबरी का सामना किया है। रनों का पीछा करते हुए मुंबई की टीम को आखिरी बार केकेआर के खिलाफ हार मिली थी, जब उसे 233 रनों का पीछा करना था।
मुंबई के खिलाफ गायकवाड़ के नाम हुआ खास रिकॉर्ड
ऋतुराज गायकवाड़ ने इस मैच में नाबाद 88 रनों की पारी खेलकर टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई और मुंबई बनाम सीएसके के मैच में चेन्नई की ओर से सबसे बड़ा निजी स्कोर बनाने वाले खिलाड़ी का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। गायकवाड़ ने माइकल हसी के रिकॉर्ड को तोड़ा जिन्होंने दिल्ली के मैदान पर खेलते हुए 2013 में नाबाद 86 रनों की पारी खेली थी। वहीं इस फेहरिस्त में तीसरा नाम सुरेश रैना का है जिन्होंने 2010 में नाबाद 83 रनों की पारी खेली थी।