हम चाहते थे कि हार्दिक करें वापसी
बॉन्ड का मानना है कि जब आपकी सर्जरी होती है तो आपके शरीर के बाकी हिस्सों में भी दर्द होने की संभावना रहती है। जब पिछली बार आईपीएल में हार्दिक खेल रहे थे तो वो दर्द से काफी परेशान थे और हम नहीं चाहते थे कि उन्हें कोई और चोट लग जाये क्योंकि बतौर बल्लेबाज वो काफी अहम हैं। उस वक्त हमारा बस एक ही लक्ष्य था कि हम उनकी भारतीय टीम में बतौर ऑलराउंडर वापसी करा सकें और इस पूरी प्रक्रिया का हिस्सा बन सकें।
अच्छी बल्लेबाजी की वजह से गेंदबाजी पर कम हुआ दबाव
शेन बॉन्ड ने हार्दिक के बारे में बात करते हुए कहा कि उनकी बल्लेबाजी की शानदार फॉर्म ने उन्हें बॉलिंग का और मजा लेने का मौका दिया है। जब उन्हें भारतीय टीम में चुना गया था तो वो पूरे ऑलराउंडर बन चुके थे जो बल्ले और गेंद दोनों से प्रदर्शन कर सकते थे, हालांकि यह उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी है जिसने उन पर गेंदबाजी में दबाव कम किया और बेहतर ऑलराउंडर बनने में मदद की। हार्दिक को पता है कि वो सीमित ओवर्स प्रारूप के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज बन सकते हैं जिसकी वजह से उनकी गेंदबाजी में वो दबाव महसूस नहीं करते हैं।
टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिये बन सकते हैं चौथे तेज गेंदबाज
शेन बॉन्ड ने हार्दिक पांड्या की तारीफ करते हुए कहा कि वो टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के लिये गेंदबाजी के चौथे विकल्प साबित हो सकते हैं, हालांकि मेरा मानना है कि उन्हें टेस्ट मैच के दौरान 15-16 ओवर के बजाय एक दिन में सिर्फ 10 ओवर ही बॉलिंग करनी चाहिये। इससे उनका वर्कलोड मैनेज होगा।
आपको बता दें कि हाल ही में खेली गई वनडे सीरीज के दौरान हार्दिक से गेंदबाजी न कराने को लेकर विराट कोहली ने भी उनके वर्कलोड को मैनेज करने की ही बात कही थी।