प्री-पेड सिम कार्ड की तरह हैं संजू सैमसन
प्रज्ञान ओझा ने गुरुवार को हुए मैच के बाद संजू सैमसन और उन जैसे कई भारतीय खिलाड़ियों को प्री-पेड सिम की तरह बताया और कहा कि उन्हें खुद को साबित करने के लिये लगातार प्रदर्शन करते रहने की दरकार है।
स्पोर्टस टुडे से बात करते हुए ओझा ने कहा, 'जब आप संजू सैमसन की बात करते हैं तो एक चीज दिमाग में आती है। जब वो भारतीय क्रिकेट में आये थे तब कोई ऋषभ पंत या ईशान किशन नहीं थे। लेकिन मौजूदा भारतीय टीम में कई खिलाड़ी एक स्थान के लिये लड़ते नजर आते हैं। मेरे हिसाब से संजू सैमसन समेत यह भारतीय खिलाड़ी प्री-पेड सिम कार्ड की तरह हैं जिनका रिचार्ज न कराने पर वैलिडिटी खत्म हो जाती है, वैसे ही इनका प्रदर्शन है, जिसके लिये समय-समय पर इन्हें पुश करते रहना पड़ता है।'
भारतीय टीम के पोस्ट-पेड कार्ड हैं कोहली-रोहित
वहीं प्रज्ञान ओझा का मानना है कि भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा को पोस्ट पेड सिम कार्ड की तरह हैं और संजू सैमसन को भी वैसा बनने के लिये प्रदर्शन में निरंतरता लानी जरूरी है।
उन्होंने कहा,'भारतीय टीम में विराट कोहली और रोहित शर्मा उस पोस्ट पेड सिम कार्ड की तरह है जिसका महीना पूरा होने पर भी बिल पे किये बिना कुछ समय तक चलाया जा सकता है। लेकिन भारतीय टीम में इसकी कमी है और संजू सैमसन समेत कई खिलाड़ियों को जो पोस्ट पेड बनना चाहते हैं उन्हें अपने प्रदर्शन में निरंतरता लानी होगी।'
संजू सैमसन की बल्लेबाजी में है निरंतरता की कमी
गौरतलब है कि संजू सैमसन ने भारत के लिये साल 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 मैच में डेब्यू किया था और तब से लेकर अब तक वो 6 ही मैच खेल सके हैं। भारतीय क्रिकेट के प्रोमिसिंग विकेटकीपर बल्लेबाज में शामिल संजू सैमसन अपनी बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी के चलते टीम में जगह बना पाने में नाकाम रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर ऋषभ पंत ने पिछले कुछ समय में शानदार खेल दिखाया है और निरंतरता के दम पर टीम में वापसी की है। आपको बता दें कि ईशान किशन भी उन्ही की राह पर अच्छा प्रदर्शन करते नजर आते हैं। ऐसे में ओझा का मानना है कि सैमसन को बल्लेबाजी में निरंतरता लाने की जरूरत है।