केकेआर ने तय किया फिल्मी सफर
केकेआर की टीम के लिये यह सीजन पूरी तरह फिल्मी रहा है, जहां पर उसने पहले 7 मैचों में सिर्फ 2 ही मैचों में जीत हासिल की थी और जैसे ही उनकी टीम यूएई पहुंची खिलाड़ी अलग ही रंग में नजर आये। केकेआर की टीम ने यूएई लेग में खेले गये 7 में से 5 मैचों में जीत हासिल की और बेहतर नेट रन रेट के चलते प्लेऑफ में क्वालिफाई किया और अब फाइनल में जगह बना ली है। केकेआर के लिये साल 2014 में भी कुछ ऐसा ही सीजन रहा था जिसमें उसने अपना दूसरा खिताब जीता था।
शारजाह के मैदान पर खेले गये इस दूसरे क्वालिफायर मैच में दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शिखर धवन (36), श्रेयस अय्यर (नाबाद 30), पृथ्वी शॉ (18), मार्कस स्टॉयनिस (18) और शिमरोन हेटमायर (17) की पारियों के दम पर 135 रनों का स्कोर खड़ा किया। केकेआर के गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की और दिल्ली के बल्लेबाजों को खुलकर रन बनाने से रोका।
अच्छी शुरुआत के बाद अचानक बिखरी केकेआर
वहीं रनों का पीछा करने उतरी केकेआर की टीम ने वेंकटेश अय्यर (55) और शुबमन गिल (46) के दम पर शानदार आगाज किया और पहले विकेट के लिये 12.2 ओवर्स में 96 रनों की साझेदारी कर डाली। कगिसो रबाडा ने वेंकटेश अय्यर को कैच कराकर टीम को पहली सफलता दिलाई। अय्यर ने इस दौरान 41 गेंदों का सामना कर 4 चौके और 3 छक्के लगाये। वहीं आवेश खान की गेंद पर रविचंद्रन अश्विन ने नितिश राणा का बेहद आसान कैच छोड़ दिया जिससे दिल्ली की टीम वापसी नहीं कर सकी।
गेंदबाजी के दौरान न तो दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाज रनों पर लगाम लगा सके और न ही विकेट निकाल सके, रही-सही कसर दिल्ली कैपिटल्स की खराब फील्डिंग ने पूरी कर दी और पंत की कप्तानी वाली टीम पूरे मैच में कहीं भी वापसी करती नजर नहीं आयी। हालांकि 16वें ओवर में नॉर्खिया ने नीतिश राणा का विकेट लेकर दिल्ली को वापसी का मौका दिया, जिसके बाद आवेश खान ने शुबमिल गिल को आउट कर मैच में वापसी करायी। 18वें ओवर में कगिसो रबाडा ने एक रन देकर दिनेश कार्तिक को बोल्ड मारा और मैच को रोमांचक बना दिया। नॉर्खिया ने भी 19वें ओवर में शानदार गेंदबाजी की और सिर्फ 3 रन देकर मोर्गन को आउट कर दिया।
ऐसा था आखिरी ओवर का रोमांच
आखिरी ओवर में केकेआर को जीत के लिये 6 गेंद में 7 रन की दरकार थी और दिल्ली के लिये सिर्फ अश्विन ही गेंदबाजी में बाकी रह गये थे। राहुल त्रिपाठी ने पहली गेंद पर एक रन लिया लेकिन अश्विन ने दूसरी गेंद खाली निकाल कर तीसरी गेंद पर शाकिब अल हसन का विकेट ले लिया। केकेआर को यहां से 3 गेंद में 6 रन की दरकार रही। अश्विन ने अगली ही गेंद पर सुनील नरेन का विकेट लेकर केकेआर को एक और झटका दिया और हार की दहलीज पर पहुंची दिल्ली की वापसी करा दी। लेकिन राहुल त्रिपाठी ने 5वीं गेंद पर छक्का लगाकर केकेआर को 3 विकेट से जीत दिला दी और अपनी टीम को तीसरी बार फाइनल में पहुंचा दिया।