पूरी घटना पर अश्विन ने तोड़ी चुप्पी
अब इस मामले को लेकर खुद ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने चुप्पी तोड़ी है और 6 ट्वीट के थ्रेड में पूरे मामले की जानकारी देते हुए इयोन मोर्गन और टिम साउथी को लताड़ लगाई है। उल्लेखनीय है कि एकस्ट्रा रन लेने की अगली ही गेंद पर साउथी ने अश्विन को आउट कर दिया जिसके बाद गेंदबाज ने ऑफ स्पिनर को कुछ बातें भी कही। अश्विन ने भी जवाब दिया जिसके बीच मोर्गन भी कूद पड़े और एक-दूसरे की तरफ बढ़ने लगे। दिनेश कार्तिक ने बीच बचाव कर दोनों को अलग किया। मैच के बाद कार्तिक ने मोर्गन का पक्ष बताते हुए कहा कि वो अश्विन के अतिरिक्त रन लेने के स्पिरिट ऑफ द गेम के तहत नहीं मानते और इसी वजह से मैदान पर वो सब घटा।
अश्विन ने इसके जवाब में सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए मुंहतोड़ जवाब दिया और कहा कि क्या वो क्रिकेट के लिये अपमान हैं जैसा कि मोर्गन ने उन्हें बताया। अश्विन ने अपने ट्वीट में पहले सवाल किया और फिर खुद उसका जवाब दिया।
खुद के लिये खड़ा होना गलत नहीं
अपने पहले ट्वीट में अश्विन ने लिखा कि मैं रन लेने के लिये तब मुड़ा जब मैंने फील्डर को ओवरथ्रो करते देखा, मुझे नहीं पता था कि गेंद ऋषभ को लग कर गई थी। अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि अगर मैंने देखा होता तो क्या मैं दौड़ता, बिल्कुल दौड़ता और नियमों के अनुसार मुझे ऐसा करने की अनुमति है। वहीं तीसरे ट्वीट में अश्विन ने लिखा कि क्या मैं क्रिकेट के लिये अपमान हूं जैसा कि मोर्गन ने मुझे कहा था, जी नहीं बिल्कुल भी नहीं।
वहीं अश्विन ने अपने चौथे ट्वीट में सवाल किया कि क्या मैंने लड़ाई की, तो जवाब है नहीं, मैं बस खुद के लिये खड़ा हुआ, जैसा कि मुझे शिक्षकों और अभिभावकों ने सिखाया है। आप भी अपने बच्चों को खुद के लिये खड़ा होना जरूर सिखायें। मोर्गन या साउथी की क्रिकेट की दुनिया में वो कुछ भी चुन सकते हैं जिसमें वो विश्वास रखते हैं कि क्या सही है और क्या गलत है, लेकिन किसी को यह अधिकार नहीं है कि नैतिकता की दुहाई देकर किसी के भी खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करे।'
अश्विन ने आलोचकों पर भी साधा निशाना
अश्विन ने अपने अगले ट्वीट में उन लोगों पर भी निशाना साधा है जो कि इस घटना को खेल भावना से जोड़कर अश्विन की आलोचना कर रहे हैं।
उन्होंने लिखा,'यहां पर और भी हैरान करने वाला और शर्मनाक यह बात रही कि लोग इस बारे में बात कर रहे हैं और यह साबित करने की कोशिश में लगे हैं कि कौन यहां पर अच्छा और कौन यहां पर खराब आदमी रहा। उन सभी लोगों के लिये जो क्रिकेट को जेंटलमैन गेम बताते हैं उनके फैन्स यहां पर हैं। खेल जगत में लाखों क्रिकेटर हैं जिनकी अपनी अलग सोच है और उन्होंने इसमें खेलते हुए अपना करियरा बनाया है और उन्होंने सिखाया है कि जब भी खराब थ्रो मिले तो आप अतिरिक्त रन लेने जाइये। वो अतिरिक्त रन लेकर आप अपना करियर बना सकते हैं या फिर नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े रहकर बिगाड़ सकते हैं। उन्हें यह कहकर कन्फ्यूज मत कीजिये कि अगर आप रन लेने से इंकार करेंगे या फिर नॉन स्ट्राइकर को वॉर्न कर आप अच्छे आदमी बन जायेंगे। जो आज आपको भला या बुरा बता रहे हैं वो पहले यही करके करियर बना चुके हैं और सफलता हासिल करने के लिये उन्होंने सबकुछ किया है। आप खेल के नियमों में रहते हुए मैदान पर अपने पूरे मन और जोश के साथ खेलिये और मैच खत्म होने के बाद हाथ मिलाकर आगे बढ़िये। एक यही खेल भावना है जो मेरे समझ में आती है।'