लोन विंडो में उधार मांग रही है राजस्थान
उल्लेखनीय है कि आईपीएल के 14वें सीजन का मिड विंडो ट्रांसफर सोमवार से शुरू हो गया है जो कि 56वें लीग मैच के बीच खुला रहेगा, जिसको देखते हुए राजस्थान रॉयल्स की टीम अन्य फ्रैंचाइजियों के साथ विदेशी खिलाड़ियों को लोन पर टीम में शामिल करने के लिये आग्रह कर रही है ताकि उसे बायोबबल प्रोटोकॉल्स के चलते खिलाड़ियों को मैदान पर उतारने के लिये इंतजार न करना पड़े।
साउथ डर्बी से जुड़ी टीमों की एक फ्रैंचाइजी के सीईओ ने राजस्थान रॉयल्स की ओर से संपर्क किये जाने की बात की पुष्टि करते हुए कहा कि हमें 2 दिन पहले ही राजस्थान से ऑफर मिला था लेकिन हमने अभी तक इसको लेकर फैसला नहीं किया है। इसको लेकर टीम मैनेजमेंट ही कोई फैसला करता नजर आयेगा। वहीं आईपीएल की एक अन्य फ्रैंचाइजी के सीईओ ने कहा कि हम इस बात पर विचार कर रहे हैं कि क्या हम अपने विदेशी खिलाड़ियों के कोटे में से एक या दो खिलाड़ी राजस्थान को लोन पर दे सकते हैं उसके बाद ही हम इस पर कोई फैसला लेंगे।
जानें क्या कहते हैं नियम
गौरतलब है कि आईपीएल के नियमों के अनुसार लीग के दौरान अगर टीमें मिड सीजन ट्रांसफर करना चाहती हैं तो लोन टाइम शुरू होने के बाद उसी खिलाड़ी को ट्रांसफर कर सकती हैं जिसने इस समय तक ज्यादा से ज्यादा 2 मैच प्लेइंग 11 में खेले हो या फिर टीम में कन्कशन रिप्लेसमेंट के तौर पर खेला हो। इतना ही नहीं सीजन के दौरान सिर्फ एक ही खिलाड़ी को ट्रांसफर किया जा सकता है और वो पूरे सीजन के लिये ट्रांसफर की गई टीम के साथ ही खेलता नजर आयेगा।
इन नियमों का पालन बेहद जरूरी
इसके साथ ही जिस टीम से खिलाड़ी को ट्रांसफर किया गया है उस टीम के खिलाफ यह खिलाड़ी मैच नहीं खेल सकता और कोई भी टीम ज्यादा से ज्यादा अपने 3 खिलाड़ियों को एक ही टीम को ट्रांसफर कर सकते हैं। इसके अलावा ट्रांसफर करने के लिये फ्रैंचाइजियों के अलावा खिलाड़ी की मंजूरी भी जरूरी है। इनके अलावा बीसीसीआई ने लोन लेने को लेकर कुछ कड़े नियम भी बनाये हैं जिनमें आईपीएल छोड़ने से संबंधित कुछ नियमों पर बीसीसीआई ढील दे सकता है।