नीलामी में अनदेखी ने किया अपमानित
हर्षल पटेल ने इस बारे में बात करते हुए बताया कि दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने उन्हें आईपीएल की नीलामी में खरीद तो लिया लेकिन उन्हें बहुत ज्यादा मौके नहीं दिये गये। यही कारण रहा जिसने उन्हें अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी पर एक साथ काम करने के लिये प्रभावित किया और बतौर ऑलराउंडर उभर सके।
उन्होंने कहा,'2018 की नीलामी के दौरान मुझ पर ज्यादा लोगों ने इंटरेस्ट नहीं दिखाया और मैं बेस प्राइस में दिल्ली के साथ जुड़ा। ज्यादा लोगों के रूचि न दिखाने के चलते मैं मायूस हो गया था लेकिन आईपीएल में खेल पाने का मौका मिलने से खुश था। हालांकि मेरे लिये यह एक बेइज्जती की तरह ही था क्योंकि मैं एक ऐसा मैच विनर खिलाड़ी बनना चाहता था जिसकी काफी डिमांड हो।'
दिल्ली से मिले कम मौकों ने बनाया ऑलराउंडर
इसके बाद हर्षल पटेल ने आगे बताया कि ऑक्शन के बाद जब दिल्ली कैपिटल्स से जुड़ा तो वहां भी ज्यादा मैच खेलने को नहीं मिल सके, जिसने मुझे ऑलराउंडर बनने के लिये प्रेरित किया।
उन्होंने कहा,'दिल्ली की टीम से जुड़ने के बाद भी मुझे मैदान पर ज्यादा मैच खेलने को नहीं मिल सके। इसके पीछे मेरा सिर्फ एक पक्ष मजबूत होना ही रहा। इस दौरान मैंने महसूस किया कि अगर मैं अपनी गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी को भी मजबूत करूं तो मैं एक मैच विनर खिलाड़ी बन सकता हूं जो दोनों विभागों में अपना योगदान दे टीम की जीत सुनिश्चित कर सकता है। मैंने बल्लेबाजी में हमेशा अच्छा किया है लेकिन आपके बेहतर बनना है तो बेस्ट करना होगा। यही कारण था कि मैं गेंद के साथ बैटिंग पर भी ध्यान देने लगा और ऑलराउंडर बन गया।'
दिल्ली कैपिटल्स को छोड़ना मेरे लिये अच्छा
हर्षल पटेल ने इस दौरान अपनी पूर्व टीम दिल्ली कैपिटल्स को छोड़ने को लेकर भी बात की और कहा कि उन्हें ट्रेड करने का दिल्ली का फैसला उनके करियर के लिये काफी फायदेमंद साबित होने वाला है।
उन्होंने कहा,'मेरा मानना है कि दिल्ली कैपिटल्स से आरसबी को ट्रेड किये जाने का फैसला मेरे लिये फायदेमंद साबित होने वाला है। दिल्ली कैपिटल्स की टीम में कगीसो रबाडा और एनरिच नॉर्किये जैसे गेंदबाज हैं जिनकी मौजूदगी में मुझे उतने मौके नहीं मिलेंगे जितने आरसीबी की ओर से खेलते हुए मिल सकते हैं। इससे मुझे अपनी स्किल्स दिखाने में मदद मिलेगी। मेरे हिसाब से ज्यादातर टीमें अब प्लेइंग 11 चुनने से पहले प्रैक्टिस सेशन में खिलाड़ियों को देखते हैं कि वो कैसा कर रहे हैं और मैनेजमेंट अपना निर्णय लेता है।'