एसीयू के रडार पर दीपक हुड्डा
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए एसीयू के अधिकारी ने कहा कि इंस्टाग्राम पर की गई यह पोस्ट टीम से छूट गई है लेकिन वे निश्चित रूप से इस पर गौर करेंगे कि क्या यह पोस्ट बीसीसीआई एसीयू द्वारा निर्धारित नियमों का उल्लंघन करता है।
उन्होंने कहा,' एसीयू इस पोस्ट की जांच करेगा। हमारे दिशा निर्देशों के अनुसार यह साफ है कि टीम कंपोजिशन को लेकर किसी भी तरह की बातचीत नहीं होनी चाहिये।'
दीपक हुड्डा ने इंस्टाग्राम पर किया था पोस्ट
हुड्डा ने मंगलवार को दोपहर करीब 2 बजे इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर पोस्ट की थी, जिसमें वह टीम का हेलमेट पहने नजर आ रहे हैं। उन्होंने लिखा, 'चलो चलते हैं punjabkingsipl #pbksvsrr #ipl2021 #saddapunjab।'
यह पूछे जाने पर कि क्या इस बारे में कोई चर्चा हुई है कि क्रिकेटरों को सोशल मीडिया पर फैन्स और फॉलोअर्स की ओर से पूछे जाने वाले सीधे सवालों को लेकर कैसी प्रतिक्रिया देनी चाहिये, तो इसके जवाब में एसीयू अधिकारी ने बताया कि जी हां इसको लेकर एक पूरी गाइडलाइन तैयार की गई है जिसमें खिलाड़ी को क्या करना है और क्या नहीं के बारे में बताया गया है।
सोशल मीडिया के जरिये हो सकती है फिक्सिंग की कोशिश
गौरतलब है कि पूर्व एसीयू प्रमुख अजीत सिंह ने पिछले साल यूएई में आईपीएल से पहले कहा था कि उनकी टीम सोशल मीडिया पर करीबी नजर रख रही है।
एनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा था,'देखिये यूएई में खेले जाने वाले स्थानों की संख्या कम है, साथ ही खाली स्टेडियम में मैच होने के चलते ऐसा मुश्किल है कि भ्रष्टाचार के लिये कोई फिजिकली एप्रोच करेगा। ऐसे में सोशल मीडिया बड़ा माध्यम बन सकता है जहां पर खिलाड़ियों से संपर्क साधने की कोशिश की जा सकती है। इसी के चलते हम उस पर कड़ी नजर बनाये हुए हैं और कोशिश कर रहे हैं कि कुछ भी हमारी नजरों से न बचे।'
पीआर टीम होने के बावजूद खिलाड़ी को लेनी होगी जिम्मेदारी
एसीयू के पूर्व प्रमुख ने यह भी साफ किया था कि कुछ खिलाड़ियों के सोशल मीडिया अकाउंट को पीआर टीमें संभालती हैं, लेकिन खिलाड़ियों को यह सुनिश्चित करने के लिए सावधान रहने की जरूरत है कि उनकी तरफ से कोई कमी न हो।
उन्होंने कहा था, 'हां, कुछ मामलों में सोशल मीडिया को पीआर टीमें संभालती हैं लेकिन अंत में यह आपके अकांउट से हो रहा है तो यह खिलाड़ी की ही जिम्मेदारी बनेगी कि वो अपनी टीम को इस चीज से अवगत कराये कि क्या पोस्ट किया जा सकता है क्या नहीं। ऐसे में अगर उन्हें कुछ भी संदिग्ध नजर आता है तो हमें सूचित किया जाना चाहिये। भ्रष्टाचार के खिलाफ संयुक्त प्रयास नजर आना चाहिये।'