टी20 क्रिकेट के लायक नहीं है अश्विन
ईएसपीएन क्रिकइंफो से बात करते हुए मांजरेकर ने कहा,' हमने जरूरत से ज्यादा समय अश्विन के बारे में बात करते हुए खराब कर दिया है। एक टी20 गेंदबाज के रूप में अश्विन टीम के लिये ज्यादा कारगर नहीं है। अगर आप अश्विन को बदलते हुए देखना चाहते हैं तो मुझे नहीं लगता कि ऐसा होने जा रहा है क्योंकि वो पिछले 5-7 सालों से ऐसे ही हैं। मैं टेस्ट क्रिकेट में उन पर निर्भर होना समझता हूं क्योंकि वहां पर वो काफी शानदार हैं, उनका इंग्लैंड में एक भी टेस्ट मैच न खेल पाना दुखदायक रहा, लेकिन आईपीएल और टी20 क्रिकेट में अश्विन पर इतना ज्यादा समय देना सिर्फ समय खराब करना है।'
पिछले 5 सालों में बिल्कुल नहीं बदले अश्विन
संजय मांजरेकर ने आगे बात करते हुए कहा कि अश्विन ने किसी तरह से 5 सालों तक तीनों प्रारूप में गेंदबाजी कर ली लेकिन मैं अपनी टीम में टर्निंग विकेट पर वरुण चक्रवर्ती और युजवेंद्र चहल जैसे गेंदबाज को शामिल करना बेहतर समझूंगा। मांजरेकर का मानना है कि शायद अगले सीजन में अश्विन को खरीदने में फ्रैंचाइजियां अपनी रूचि भी नहीं दिखायेंगी।
उन्होंने कहा,'मुझे लगता है कि उन्होंने पिछले 5 सालों में साफ कर दिया है कि वह एक ही तरह से गेंदबाजी करेंगे। मैं अश्विन जैसे गेंदबाजों को कभी अपनी टीम में शामिल नहीं करूंगा क्योंकि मुझे टर्निंग पिच मिली है, बल्कि उनके बजाय मैं वरुण चक्रवर्ती, सुनील नरेन या युजवेंद्र चहल जैसे गेंदबाज को रखूंगा जो अपना काम करना जानते हैं और आपको विकेट निकालकर देते हैं। अश्विन लंबे समय से टी20 क्रिकेट में ज्यादा विकेट निकाल पाने में नाकाम रहे हैं और मुझे नहीं लगता कि अगले सीजन फ्रैंचाइजी उन्हें सिर्फ इस वजह से लेने में रूचि दिखायेगी कि वो रन कम दें।'
अब तक का सबसे फ्रस्टेटिंग आईपीएल है यह सीजन
इस दौरान संजय मांजरेकर ने आईपीएल को लेकर भी अपनी नाराजगी जताई है और आईपीएल 2021 के अपने अनुभव को शेयर किया। उन्होंने कहा कि हमें कई अच्छे खिलाड़ी तो मिले लेकिन कई ऐसे खिलाड़ी भी मिले जिन्हें अब खेलना छोड़ देना चाहिये।
उन्होंने कहा,' मैंने आईपीएल को बेहद करीब से फॉलो किया है लेकिन यह आईपीएल काफी खास रहा है। हमने कई सारे क्वालिटी प्लेयर्स देखे हैं लेकिन हमने भारी संख्या में ऐसे खिलाड़ी भी देखे जिन्होंने अपनी काबिलियत के हिसाब से बेहद साधारण प्रदर्शन किया है। वह पहले काफी शानदार थे लेकिन अब उनका रंग फीका पड़ चुका है। आपको इस सीजन कई सारे आउट ऑफ फॉर्म खिलाड़ी देखने को मिले, जो कि पहले कभी धुरंधरों में शुमार हुआ करते थे लेकिन अब पूरी तरह से फ्लॉप हैं। हमें बेहद अजीबो गरीब उलटफेर देखने को मिले हैं। मेरे लिये यह आईपीएल अब तक का सबसे परेशान करने वाला टूर्नामेंट रहा है, जिसे देखना आपको फ्रस्ट्रेट कर देगा।'
गेंदबाजों की मददगार रही पिच
संजय मांजरेकर ने आगे बात करते हुए कहा कि आईपीएल 2021 में पिचें पूरी तरह से बॉलर्स की मददगार रही फिर चाहे वो भारतीय लेग हो या फिर यूएई लेग, दोनों जगह पेस और स्पिन बॉलर्स को मदद मिली। इतना ही नहीं टीमें भी टूर्नामेंट के खत्म होते-होते थोड़ी थकी हुई नजर आने लगी हैं।
उन्होंने कहा,' इन पिचों पर गेंदबाजों को मदद मिली है, फिर चाहे वो मीडियम पेसर्स, पेसर्स और स्पिनर्स ही क्यों न हों। गेंदबाजी शानदार रही है लेकिन इस तरह के टूर्नामेंट में आप बल्लेबाजों को भी रन बनाते हुए देखना चाहते हैं। आप समझ सकते हैं कि शुरुआत के पहले कुछ मैचों में टीम लड़खड़ाती नजर आये लेकिन आखिरी के मैचों में आप अपनी लय में नजर आना चाहते हैं।'
इन प्लेयर्स को बेंच पर बिठाना चाहिये था
संजय मांजरेकर का मानना है कि लीग में कई ऐसे खिलाड़ी रहे जिन्हें प्लेइंग 11 में इतने मौके देने के बजाय बेंच पर बिठाना चाहिये था जिसमें सुरेश रैना, इयोन मोर्गन, दिनेश कार्तिक और रियान पराग का नाम शामिल है। इन प्लेयर्स का फॉर्म कुछ खास नहीं रहा।
उन्होंने कहा,'जैसे ही वेंकटेश अय्यर और शुबमन गिल आउट होकर जाते हैं तो दिनेश कार्तिक, मोर्गन जैसे आउट ऑफ फॉर्म खिलाड़ियों की झड़ी लग जाती है। मेरे पास ऐसे ही खिलाड़ियों की लिस्ट है, जिसमें सुरेश रैना का नाम है जिन्हें मेरे हिसाब से अब आईपीएल नहीं खेलना चाहिये लेकिन वो खेल रहे हैं। आपके पास रियान पराग हैं जिन्हें राजस्थान रॉयल्स ने काफी मैच दिये। लियाम लिविंगस्टोन, निकोलस पूरन, डैन क्रिश्चियन द बैटर, हार्दिक पांड्या, क्रुणाल पांड्या समेत कई खिलाड़ी रहे जिनकी खराब फॉर्म के चलते यह उलटफेर हुआ।'