नई दिल्लीः रविचंद्रन अश्विन का टेस्ट क्रिकेट में काफी अहम रोल है लेकिन सफेद गेंद क्रिकेट में संजय मांझरेकर उनसे खास प्रभावित नहीं दिखाई दे रहे हैं। अश्विन ने गौतम गंभीर को भी आईपीएल में अपनी गेंदबाजी से प्रभावित नहीं किया है लेकिन वे T20 वर्ल्ड कप में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा है। संजय मांझरेकर इस बात को लेकर सरप्राइस हुए थे कि दिल्ली कैपिटल्स ने हैदराबाद के खिलाफ अपनी प्लेइंग इलेवन में अश्विन को उतारा था।
अश्विन ने इस मैच में कुछ भी खास नहीं किया था और 2.5 ओवर में 22 रन देकर कोई विकेट नहीं लिया। मांजेरकर को लगता है कि अश्विन की जगह पर अमित मिश्रा को टीम में लेना चाहिए था। मांजरेकर ने क्रिकेट एडिक्टर से बात करते हुए कहा, "मैं थोड़ा सरप्राइस था कि अमित मिश्रा की जगह पर रविचंद्रन अश्विन को खिलाया गया। मुझे नहीं लगता कि अश्विन ने ज्यादा अच्छी बॉलिंग भी की। मैं सफेद गेंद क्रिकेट में अश्विन का बड़ा फैन नहीं हूं। तो अगर वह मिश्रा को ले सकते हैं वह एक कलाई के स्पिनर हैं जो कि T20 क्रिकेट में हमेशा गेम चेंज कर सकते हैं।"
अगर साहा से बेहतर ओपनर आपकी टीम में नहीं है तो आप मुसीबत में हो- मार्क बूचर
चयनकर्ताओं ने यजुवेंद्र चहल और कुलदीप यादव जैसे कलाइयों के स्पिनरों को बाहर करके T20 वर्ल्ड कप में अश्विन को जगह दी है। हालांकि दिल्ली कैपिटल्स की टीम भी आईपीएल में बहुत अच्छा खेली है लेकिन मांजरेकर को लगता है कि इस टीम ने अमित मिश्रा के साथ अभी तक न्याय नहीं किया है। उन्होंने यह भी कहा कि जब भी मिश्रा खेलते हैं तो उन्होंने टीम के लिए नतीजे देने की कोशिश की है। मांजरेकर कहते हैं कि अमित मिश्रा जैसे खिलाड़ी लो प्रोफाइल होते हैं और उनको मौके कम ही मिलते हैं। जब भी मिश्रा खेलते हैं तो तो दिल्ली के लिए विकेट लेने की ओर जाते हैं और इससे पहले कि फ्रेंचाइजी में भी उन्होंने ऐसा किया था।
यहा बताना चाहेंगे कि दिल्ली कैपिटल्स की टीम राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ भी जीत दर्ज करने वाली है क्योंकि उसने 25 सितंबर को हुए मुकाबले में पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 154 रनों का स्कोर खड़ा किया जबकि राजस्थान रॉयल्स की पारी लड़खड़ा चुकी थी। इस बार भी रविचंद्रन अश्विन खेले हैं और उन्होंने खुद को साबित करते हुए 4 ओवर में केवल 20 रन दिए और 1 विकेट भी चटकाया जो कि डेविड मिलर का था।
अश्विन लाल गेंद क्रिकेट में भी तब लगातार बेंच पर बैठकर चर्चाओं में आए थे जब कोहली एंड कंपनी ने उनको इंग्लैंड के खिलाफ पूरी टेस्ट सीरीज में मौका देने के लिए तरसा दिया। यह ऑफ स्पिनर एक मैच भी नहीं खेल पाया।