2011 में शुरू हुई थी यह स्कीम
बीसीसीआई की ओर से जो जानकारी साझा की गई है उसके अनुसार श्रेयस अय्यर का 8 अप्रैल को ऑपरेशन होगा, लिहाजा वह आईपीएल में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। इंसाइड स्पोर्ट की रिपोर्ट के अनुसार बावजूद इसके कि श्रेयस अय्यर आईपीएल का एक भी मैच नहीं खेल पाएंगे, लेकिन उन्हें 7 करोड़ रुपए की पूरी सैलरी टीम देगी। दरअसल सभी खिलाड़ियों का इंश्योरेंस होता है, इस योजना की शुरुआत आईपीएल के चौथे सीजन 2011 में शुरुआत हुई थी। योजना की शुरुआत तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन और भारतीय खिलाड़ियों के बीच चर्चा के बाद हुई थी।
मिलेगी पूरी सैलरी
इस योजना के तहत अगर खिलाड़ी चोटिल होने की वजह से या किसी अन्य वजह से आईपीएल में हिस्सा नहीं ले पाते हैं तो उन्हें उनकी सैलरी पूरी मिलेगी। योजना के अनुसार अगर खिलाड़ी अपने देश के लिए खेलते समय चोटिल हो जाते है और आईपीएल में नहीं खेल पाते हैं तो उन्हें मुआवजा मिलेगा। बता दें कि इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे में चोटिल होने की वजह से श्रेयस अय्यर सीरीज से बाहर हो गए थे। अहम बात यह है कि यह स्कीम उन खिलाड़ियों पर लागू नहीं होत है जिनका आईपीएल से करार नहीं है।
क्या है स्कीम
खिलाड़ी अगर चोटिल होता है और आईपीएल के कुछ मैच या फिर पूरे टूर्नामेंट में नहीं खेल पाता है तो उसके हिसाब से खिलाड़ी को मुआवजा मिलता है। पिछले आईपीएल के सीजन में रोहित शर्मा कुछ मैच नहीं खेल पाए थे, जिसकी वजह से उन्हें उनकी मैच फीस बीमा योजना के तहत दी गई थी। आईपीएल में रोहित शर्मा की सैलरी 15 करोड़ रुपए है, ऐसे में अगर वह पूरा आईपीएल का सीजन नहीं खेलते तो भी उन्हें उनकी पूरी सैलरी मिलती।