नई दिल्लीः भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने चल रहे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 सीजन में अंपायरिंग के मानक की आलोचना करते हुए कहा कि अंपायरों द्वारा लिए गए फैसलों से जीत और हार के बीच अंतर नहीं होना चाहिए। दिल्ली कैपिटल्स और चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के बीच सोमवार को खेले गए मैच में पारी के आखिरी ओवर में ड्वेन ब्रावो की दूसरी गेंद मीलों दूर चली गई और वह पिच पर भी नहीं लगी। टीवी अंपायर ने इसे वाइड करार दिया था और डिलीवरी को नो-बॉल करार न दिए जाने को देखकर हर कोई हैरान था।
गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स पर कमेंट्री करते हुए कहा, "यह स्पष्ट रूप से एक नो-बॉल थी। हमने टीवी अंपायरों से कुछ निर्णय लिए हैं, जो इन परिस्थितियों में जीत और हार के बीच अंतर कर सकते हैं और ऐसा नहीं होना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "इस तरह के फैसलों से खेल नहीं बदलना चाहिए। यह अच्छी बात है कि दिल्ली जीत गई क्योंकि इससे खेल बदल सकता था।"
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दिल्ली की ओर से हेटमायर ने सिर्फ 18 गेंदों पर 28 रनों की नाबाद पारी खेली और दिल्ली कैपिटल्स को दो गेंद शेष रहते तीन विकेट से सीएसके को हराने में मदद की। इस जीत के साथ ऋषभ पंत की अगुवाई वाली टीम 13 मैचों में 20 अंकों के साथ अंक तालिका में शीर्ष पर पहुंच गई है।
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब आईपीएल में तीसरे अंपायर की क्षमता पर सवाल उठे हैं क्योंकि इससे पहले कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ मुकाबले में पंजाब किंग्स के रन चेज के दौरान राहुल त्रिपाठी के एक महत्वपूर्ण कैच को नॉटआउट देने के बाद तीसरे अंपायर की काफी आलोचना हुई थी।
स्वान और गंभीर दोनों ने मैच के बाद तीसरे अंपायर की आलोचना की थी और इसको बहुत घटिया बताया था। आईपीएल में अंपायरिंग को लेकर कई बार बवाल मचता है।