नई दिल्ली। आईपीएल के सुरक्षित बायो बबल में कोरोना संक्रमण पहुंचने के बाद बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस बात को स्वीकार किया है कि यात्रा के दौरान संभव है कि संक्रमण बबल में पहुंचा हो। हालांकि सौरव गांगुली ने आईपीएल को भारत में आयोजित कराए जाने के फैसले का बचाव किया है और कहा कि यह गलती नहीं थी। सौरव गांगुली ने कहा कि आईपीएल का आयोजन 6 अलग-अलग वेन्यू पर कराए जाने की योजना थी और इस बात को सुनिश्चित करना था कि किसी भी तरह से संक्रमण बबल में ना पहुंचे।
आखिर कैसे बबल में घुसा संक्रमण
सौरव गांगुली ने कहा कि मुझे सच में नहीं पता है कि आखिर किस वजह से यह स्थिति हुई और कैसे कोरोना संक्रमण सुरक्षित बायो बबल के भीतर पहुंचा। हमे इसका पोस्ट मार्टम करना होगा और देखना होगा कि इसके पीछे क्या वजह है। लेकिन यात्रा करना एक वजह हो सकती है। भारत में कोरोना काल में आईपीएल के आयोजन पर सौरव गांगुली ने कहा कि जब हमने आईपीएल का आयोजन भारत में कराने का फैसला लिया था तो उस वक्त संक्रमण बढ़ नहीं रहा था। लिहाजा अब यह कहना बहुत आसान है। जब इस टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा था तो भारत में कोविड की संख्या तकरीबन ना के बराबर थी। मुंबई से हमने शुरुआत की थी और एक भी संक्रमण के मामले के बिना वहां खत्म किया था। जबकि उस वक्त मुंबई में संक्रमण सबसे ज्यादा था।
भारत में आईपीएल के आयोजन का किया बचाव
गांगुली ने कहा कि फरवरी माह में कोरोना संक्रमण नियंत्रण में था और संक्रमण के मामले बहुत कम थे, इंग्लैंड का भारत दौरा भी उस समय में सुरक्षित बबल के भीतर आयोजित कराया गया था। बता दें कि जब आईपीएल की भारत में शुरुआत हुई थी तो उस वक्त प्रतिदिन तकरीबन 90,000 कोरोना के मामले आ रहे थे। वहीं पिछले साल जब आईपीएल का आयोजन यूएई में कराया गया था तो उस वक्त हर रोज कोरोना के तकरीबन 80,000 मामले आ रहे थे। कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण के मामलों में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली और नए मामले तकरीबन चार गुना बढ़ गए।
विदेशी खिलाड़ी कैसे पहुंचेंगे घर
आईपीएल के सस्पेंड होने के बाद सबसे बड़ा सवाल विदेशी खिलाड़ियों को लेकर खड़ा हो रहा था। अलग-अलग देशों के जो खिलाड़ी आईपीएल खेलने के लिए आए थे वो वापस सुरक्षित कैसे अपने घर पहुंचेंगे। इस सवाल के जवाब में सौरव गांगुली ने कहा कि वो सब ठीक हैं, उनकी अच्छे से देखभाल की गई है और सभी सुरक्षित अपने घर पहुंचेंगे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी कल मालदीव पहुंचेंगे, वहां अपना क्वारेंटीन खत्म करेंगे और फिर सुरक्षित ऑस्ट्रेलिया जाएंगे। लिहाजा मुझे नहीं लगता है कि इसमे कोई दिक्कत है।
प्रोफेशन कंपनी को क्यों नहीं मिला बबल का जिम्मा
पिछले साल जब आईपीएल का आयोजन यूएई में कराया गया था तो बबल की जिम्मेदारी प्रोफेशनल कंपनी रेस्ट्राटा को दी गई थी। लेकिन इस बार स्थानीय स्तर पर बबल की जिम्मेदारी टीमों को सौंपी गई थी। इस सवाल के जवाब में गांगुली ने कहा कि भारत में कंपनी की बहुत ज्यादा उपस्थिति नहीं है, यह एक समस्या थी, लिहाजा हमने दूसरे विकल्प को चुना। बता दे कि भारत में आईपीएल के दौरान सबसे पहले संक्रमण कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम में पहुंचा और वरुण चक्रवर्ती और संदीप वॉरियर कोरोना संक्रमित पाए गए। इसके बाद चेन्नई सुपर किंग्स के कोच लक्ष्मीपति बालाजी समेत दो लोक संक्रमित हुए, फिर दिल्ली कैपिटल्स के अमित मिश्रा और सनराइजर्स हैदराबाद के रिद्धिमान साहा संक्रमित हुए, इसके बाद आईपीएल को सस्पेंड कर दिया गया।
विश्वकप को लेकर यह कहा
आईपीएल के सस्पेंड होने के बाद इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। ऐसे में जब सौरव गांगुली से इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा कि देखते हैं कि टी-20 वर्ल्ड कप का क्या होता है। अभी उसमे काफी समय बचा है और हमे नहीं पता है कि अगले कुछ महीनों में चीजें कैसी होंगी। फिलहाल इसपर मैं अभी से कुछ नहीं कह सकता हूं। लिहाजा हमे पहले से ही कुछ नहीं मान लेना चाहिए। हालांकि गांगुली ने कहा कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होगी। भारतीय खिलाड़ी इंग्लैंड में 7 दिन तक क्वारेंटीन रहेंगे। गांगुली ने कहा कि भारतीय खिलाड़ी अब वैक्सीन लगवा सकते हैं, सरकार ने 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए इसकी अनुमति दे दी है। गौर करने वाली बात है कि आईपीएल के चेयरमैन बृजेश पटेल ने कहा था कि आईपीएल के बचे हुए बाकी मैच को कब कराया जाए इसको लेकर हम विचार करेंगे, उम्मीद है कि विश्वकप से पहले सितंबर माह में अगर हमे विंडो मिलती है तो बचे हुए मैचों का आयोजन कराया जाएगा। वहीं बीसीसीआई के ट्रेजरार अरुण धूमल ने कहा कि हमे उम्मीद है कि सितंबर तक स्थिति बेहतर होगी और विश्वकप का आयोजन तय कार्यक्रम के अनुसार होगा।