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IPL 2021 के पहले सप्ताह में ये दिग्गज अभी नहीं पकड़ पाए लय, ये है शुरुआती फ्लॉप XI

नई दिल्लीः आईपीएल 2021 का पहला सप्ताह पूरा हो चुका है और काफी रोमांचक रहा है। सभी इस दौरान खेले गए सात मैचों में दो ऐसे मुकाबले मुंबई में हुए जिनमें काफी ऊंचा इसको बना और बाकी के 5 मैच इस तरह से गए जहां बल्लेबाजों की ज्यादा नहीं चली। आईपीएल एक बड़ी प्रतियोगिता है जहां पर खिलाड़ियों के पास वापसी करने के भरपूर मौके रहते हैं और यही बात टीमों के लिए भी कही जाएगी। ऐसे में आइए देखते हैं शुरुआती सप्ताह में किन खिलाड़ियों को अपने प्रदर्शन में सुधार करने की जरूरत है। यह ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका प्रदर्शन टीम के मानकों के हिसाब से नहीं रहा और हम इन खिलाड़ियों से मिलकर आईपीएल 2021 की शुरुआती प्लेइंग इलेवन बना सकते हैं।

1. रिद्धिमान साहा

1. रिद्धिमान साहा

रिद्धिमान साहा को सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ओपनर के तौर पर खिला रही है। वे 2020 के सीजन में बाद के हॉफ में ओपनिंग के तौर पर आए थे। ऐसा करके वे केन विलियमसन की टीम में जगह एडजस्ट करते हैं। अभी तक टीम के लिए यह प्लान काम करता आया है लेकिन आईपीएल 2021 में रिद्धिमान साहा ने बतौर ओपनर फ्लॉप प्रदर्शन करते हुए पहली पारी में 7 और दूसरी पारी में एक ही रन बनाया है। उन्होंने बेंगलूर के खिलाफ तो 9 गेंदों पर 1 रन बनाया जबकि हैदराबाद की टीम को इस बल्लेबाज से तेज रनों की दरकार थी पर वे कुछ नहीं कर पाए।

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2. मनन वोहरा

2. मनन वोहरा

मनन वोहरा ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने आईपीएल के पिछले 2 सीजन में एक भी मुकाबला नहीं खेला लेकिन इस बार वे राजस्थान रॉयल्स की टीम में वापसी कर पाए। उन्होंने इस सीजन में एक-दो अच्छे शॉट खेले जिसमें से एक काफी खूबसूरती से क्लिक किया हुआ छक्का भी था लेकिन वे अर्शदीप सिंह द्वारा लिए गए शानदार कैच पर आउट हो गए और 12 रनों पर चलते बने। इतना ही नहीं अपने दूसरे मुकाबले में भी उन्होंने क्रिस वोक्स जैसे गेंदबाज पर दो खूबसूरत चौके जड़े लेकिन फिर उनका विकेट 9 रनों के स्कोर पर गिर गया। अगर मनन वोहरा यही काम करते रहे तो संजू सैमसन को टॉप ऑर्डर में किसी और बल्लेबाज को लाने के लिए सोचना होगा।

3. मनीष पांडे

3. मनीष पांडे

मनीष पांडे सनराइजर्स हैदराबाद के बहुत ही अनुभवी बल्लेबाज है और वह जॉनी बेयरस्टो जैसे पावरहिटर से पहले नंबर 3 पर बैटिंग के लिए भेजे गए। हम यहां बात कर रहे हैं पहले मैच की जहां उन्होंने 44 गेंदों पर नाबाद 61 रनों की पारी खेली। उस समय टीम केकेआर के खिलाफ 188 रनों का लक्ष्य चेज कर रही थी। हालांकि यह आंकड़े अच्छे लगते हैं लेकिन मनीष पांडे को अधिक आक्रामक खेल दिखाने की जरूरत थी। उन्होंने उस तरह का प्रयास नहीं दिखाया जो कि 15 से 20 ओवर में चाहिए। हद तो तब हो गई जब मनीष पांडे ने दूसरे मैच में 39 गेंदों पर 38 रनों की पारी खेली। उसमें भी टीम को तेजी से रन बनाने की सख्त जरूरत थी। इस पारी का खामियाजा सनराइजर्स हैदराबाद को भुगतना पड़ा और मनीष पांडे ने एक बार फिर से अपनी टीम को निराश किया। सनराइजर्स हैदराबाद अभी तक खाता भी नहीं खोल पाई है।

4. मार्कस स्टोइनिस

4. मार्कस स्टोइनिस

दिल्ली कैपिटल्स के मार्कस स्टोइनिस से बहुत उम्मीदें थी लेकिन ऐसा लगता है यह खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में बहुत खास नहीं करने जा रहा है। मार्कस स्टोइनिस ने पिछले सीजन में एक ऐसे खिलाड़ी के तौर पर अपनी पहचान बनाई थी जो दिल्ली कैपिटल्स को बेहतरीन ऑलराउंडर दे सकता है। वह एक फिनिशर के तौर पर भी नजर आए जो अपनी मध्यम गति की गेंदबाजी से या तो विकेट ले सकता है या कुछ रन रोक सकता है। लेकिन अफसोस की मार्कस स्टोइनिस पहले सीजन की तरह नजर नहीं आ रहे हैं क्योंकि उन्होंने चेन्नई के खिलाफ पहले मैच में 9 गेंदों पर 14 रनों की पारी खेली जब पृथ्वी शा और शिखर धवन जैसे खिलाड़ियों ने पहले ही मुकाबला टीम को जिता दिया था। ऐसे में स्टोइनिस की इस पारी के खास मायने नहीं थे लेकिन दूसरे मैच में दिल्ली को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ स्टोइनिस द्वारा बल्लेबाजी करने की अदद जरूरत थी और तब यह बल्लेबाज 5 गेंदों पर 0 रन बनाकर चलता बना। जहां तक गेंदबाजी की बात है तो उन्होंने अभी तक दो मुकाबलों में तीन ही ओवर फेंके हैं जहां पर 41 रन पिटवा कर वे गेंदबाजी में भी निराश कर चुके हैं।

5. विजय शंकर

5. विजय शंकर

विजय शंकर के अंदर उस तरह के गुण नहीं देखे गए हैं जिस तरह के बाकी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों में देखे जाते हैं। आप चाहे श्रेयस अय्यर की बात करें या ऋषभ पंत की, इन सभी खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आने के बाद खुद को लगातार सुधारा है। लेकिन विजय शंकर ऐसे खिलाड़ी हैं जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने का अनुभव रखने के बावजूद अभी भी प्रथम श्रेणी के स्तर के ही दिखाई देते हैं। उनको पावर हीटर समझा जाता था लेकिन अब यह गलतफहमी भी दूर हो गई है इसके अलावा वह अच्छे ऑलराउंडर माने जाते थे लेकिन उनकी गेंदबाजी में कोई जान नहीं है और यह गलतफहमी भी सबकी दूर हो गई है कि वह एक 3डी खिलाड़ी है। उन्होंने कोलकाता के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए 7 गेंदों पर 11 रन बनाए और करीबी मैच में अपनी टीम को जिता नहीं पाए। विजय शंकर को यह ध्यान देना होगा टीम में उनकी जगह इतनी सुरक्षित नहीं है जितना दिखाई देती है। गेंदबाजी की बात करें तो उनसे एक ही ओवर अभी तक करवाया गया है जिसमें उन्होंने 14 रन दिए हैं।

6. महेंद्र सिंह धोनी

6. महेंद्र सिंह धोनी

महेंद्र सिंह धोनी के बारे में लोग आलोचना करते हुए कतराते हैं लेकिन सच यह है भारतीय पूर्व कप्तान अपने गौरवशाली दिनों की छाया मात्र भी नहीं रह गया है। धोनी ने जब से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया है और 2019 वर्ल्ड कप के बाद से जानबूझकर क्रिकेट से दूरी बनाकर रखी है तब से वे आईपीएल में ही क्रिकेट खेलने के लिए आते हैं और कोई भी असर छोड़कर नहीं जाते। धोनी के लिए पिछला आईपीएल काफी खराब गया था जहां से रनों के लिए संघर्ष करते दिखाई दिए थे और ऐसा लगता है कि इस बार भी वे संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 2 गेंद खेली जहां आवेश खान ने उनको बोल्ड कर दिया। धोनी खाता भी नहीं खोल पाए और ऊपर से धीमी गति से ओवररेट कराने के कारण 12 लाख का जुर्माना भी उनको देना पड़ा। महेंद्र सिंह धोनी को निश्चित तौर पर अपने खेल का विश्लेषण करने की जरूरत है।

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7. राहुल तेवतिया

7. राहुल तेवतिया

राहुल तेवतिया पिछले सीजन में सनसनी बन कर उभरे थे और राजस्थान रॉयल्स की टीम को उन्होंने 1-2 मैच अपने दम पर जिताए भी थे। उनको बाद में भारतीय क्रिकेट टीम में लिया भी गया उसके बाद इस खिलाड़ी का आत्मविश्वास काफी ऊंचा होना था। इसके बावजूद हम कह सकते हैं राहुल तेवतिया को भी अभी और अपने आप को मांजने की जरूरत है। आईपीएल 2021 में वे शांत ही नजर आ रहे हैं और अपने पिछले प्रदर्शन की छाया मात्र ही लग रहे हैं। पहले मुकाबले में उन्होंने 2 ओवर गेंदबाजी की और 25 रन बड़े आराम से पिटवा दिए। बैटिंग की बारी आने पर उनके बल्ले से केवल दो ही रन बने। अपने दूसरे मुकाबले में उन्होंने 3 ओवर में 27 रन खर्च किए जबकि यह एक लो स्कोरिंग मुकाबला था जहां पर दिल्ली कैपिटल्स केवल 149 रन ही बना पाई थी। हालांकि उन्होंने बल्ले के साथ 19 रनों का योगदान दिया लेकिन वे पारी को फिनिश नहीं कर पाए। पिछले साल स्टीव स्मिथ ने उनका काफी बढ़िया तरीके से इस्तेमाल किया था इस बार शायद संजू सैमसन को राहुल तेवतिया का इस्तेमाल करने के बेस्ट तरीके ढूंढने होंगे।

8. टॉम करन

8. टॉम करन

इंग्लैंड के ऑलराउंडर टॉम करन को दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने साइन किया है और वे प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह पाने की होड़ में नजर नहीं आ रहे थे लेकिन कुछ खिलाड़ियों के क्वारंटाइन के चलते उनको आखिरकार टीम की प्लेइंग इलेवन में जगह मिली और इन दोनों ही मैचों उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं है। उन्होंने चेन्नई के खिलाफ पहले मैच में विकेट लिया लेकिन उनकी पिटाई भी बहुत हुई और यह पिटाई उनके खुद के सगे छोटे भाई सैम करन ने की थी। उन्होंने उस मैच में 40 रन देकर एक विकेट लिया। दूसरे मैच में वे अपनी टीम के लिए लक्ष्य को डिफेंड करने में सफल नहीं रहे और अंतिम ओवर में 12 रन की जरूरत थी जिसको उन्होंने आराम से दिलवा दिया। उन्होंने उस लो स्कोरिंग मैच में भी 3.4 ओवर में 35 रन खाए जहां कोई विकेट नहीं मिला।

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9. युजवेंद्र चहल

9. युजवेंद्र चहल

भारतीय टीम के वरिष्ठ लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल आईपीएल 2021 मे बहुत लय में नहीं दिखाई दे रहे हैं। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की प्लेइंग इलेवन का लगातार हिस्सा रहे युजवेंद्र चहल चेन्नई की पिच पर भी विकेट लेने में परेशानी महसूस कर रहे हैं। अपने पहले मुकाबले में उन्होंने चार ओवर में बुरी तरह मार खाई और 41 रन पिटवा दिए। दूसरे मैच में उनकी परफॉर्मेंस थोड़ी सी सुधरी जहां उन्होंने 4 ओवर में 29 रन दिए लेकिन एक बार फिर वही बात है कि विकेट हाथ में नहीं आया। हालांकि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम दोनों मुकाबले जीतने में कामयाब रही है लेकिन युजवेंद्र चहल इस फ्रेंचाइजी के बेस्ट स्पिनर नहीं दिखाई दे रहे हैं। यूज़वेंद्र चहल को आने वाले मैचों के लिए वापसी करने की दरकार होगी।

10. हरभजन सिंह

10. हरभजन सिंह

हरभजन सिंह को जब कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम ने लिया था तो कई लोगों की भौहें चढ़ गई थी। इस टीम के कप्तान इयोन मोर्गन का कहना है कि हरभजन सिंह टीम को बढ़िया बैलेंस उपलब्ध कराते हैं। हालांकि टीम अपने इस वरिष्ठ ऑफ स्पिनर पर खुद ही भरोसा करते हुए दिखाई नहीं दे रही है क्योंकि कप्तान उनको मध्य ओवरों में गेंदबाजी ही नहीं देते हैं। हरभजन सिंह ने अभी तक दो मैचों में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए पहला ओवर फेंका है। खास बात यह है कि केकेआर की टीम ने विपक्षी ओपनिंग बल्लेबाजों को जल्दीआउट करने में कामयाबी हासिल की है और मोर्गन ने हरभजन सिंह को तुरंत बॉलिंग अटैक से भी हटा दिया। हरभजन सिंह पहले मैच में एक ओवर फेंकने के बाद फिर वापस नहीं आए लेकिन अगले मैच में उन्होंने 2 ओवर जरूर फेंके। उन्होंने इस सीजन में अभी तक 3 ओवर ही फेंके हैं जहां पर 25 रन उन्होंने दिए हैं और कोई भी विकेट हासिल नहीं हुआ है।

11. मुरुगन अश्विन

11. मुरुगन अश्विन

मुरूगन अश्विन पिछले सीजन में काफी शेर दिली के साथ खेले थे। पंजाब किंग्स ने तब एक्सपर्ट लोगों को भी आश्चर्यचकित कर दिया था जब वे प्लेइंग 11 में रवि बिश्नोई की जगह एकमात्र स्पिनर के तौर पर मुरूगन अश्विन के साथ गए थे। हालांकि पंजाब के कप्तान केएल राहुल के लिए यह ट्रिक काम नहीं कर पाई है। मुरूगन अश्विन ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अपने मुकाबले में 4 ओवर फेंके और 40 रन दिए। उनके आखिरी ओवर में 3 छक्के लगे। इन छक्कों के दम पर राजस्थान की टीम मैच में वापसी कर पाई और लक्ष्य का पीछा करने में लय हासिल कर पाई हालांकि यह तो पंजाब की किस्मत अच्छी थी की राजस्थान रॉयल्स मुकाबला हार गया लेकिन इस बात के पूरे चांस है कि वानखेड़े में होने वाले अगले मुकाबले में मुरूगन अश्विन बाहर बैठे।

Story first published: Friday, April 16, 2021, 19:27 [IST]
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