नई दिल्लीः विराट कोहली ने टी-20 फॉर्मेट से कप्तानी छोड़ने की घोषणा तो कर दी है लेकिन जाते-जाते बतौर कप्तान अपने लिए कुछ बेहतर यादें बुन चुके हैं। T20 वर्ल्ड कप में अगर भारत अच्छा प्रदर्शन कर पाता है तो यह कप्तान कोहली के लिए शानदार विदाई होगी लेकिन फिलहाल आईपीएल चल रहा है जहां पर उनकी टीम आरसीबी ने लगातार दूसरी बार प्लेऑफ में जगह बनाने में कामयाबी हासिल की है।
आरसीबी ने आईपीएल 2021 के मैच नंबर 48 में पंजाब किंग्स की टीम को 6 रनों से मात देकर खुद को सीजन के तीसरे प्लेऑफ क्वालीफायर के तौर पर शामिल कर लिया है। कोहली क्वालिफिकेशन से गदगद हैं। उन्होंने मैच के बाद कहा है कि 12 मैचों में आठ जीत एक बहुत ही शानदार अभियान है। कोहली यही पर रुकना नहीं चाहते और वह कहते हैं कि उनके पास अभी दो मौके और हैं जिसको जीत में तब्दील करने के बाद में टॉप 2 में भी जगह बना सकते हैं इसलिए खिलाड़ियों के पास और भी ज्यादा मोटिवेशन है और वे और भी निडर होकर खेलेंगे।
कोहली मानते हैं कि किसी भी टीम के लिए सबसे पहली चुनौती क्वालिफिकेशन में जाना है और उसके बाद तो शीर्ष दो पर पहुंचने के लिए अपने आप में सुधार करना है। इस मुकाबले में आरसीबी ने पहले बैटिंग करते हुए 167 रन बनाए थे और ग्लेन मैक्सवेल ने बहुत बेहतरीन अर्धशतक लगाया था। इससे पहले विराट कोहली ने देवदत्त पडिक्कल के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी की थी।
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इसी विकेट पर क्वालीफायर और एलिमिनेटर मुकाबले खेले जाने हैं और कोहली यहां खेलने को आसान नहीं मानते हैं। वे कहते हैं कि एक टीम के तौर पर हममें सुधार की गुंजाइश है। चाहे आप जीते चाहे आप हारे से फर्क नहीं पड़ता है सुधार की प्रक्रिया चलती रहती है।
कोहली कहते हैं, "हम जानते थे कि यह विकेट धीमा और धीमा होता जाएगा और गेंद को हिट करना आसान नहीं होगा लेकिन केएल राहुल और मयंक अग्रवाल ने बहुत अच्छी बैटिंग की और हम जानते थे कि हमें मैच में वापस आने के लिए बस इन दो विकेटों की दरकार है।"
कोहली कहते हैं कि वह लोगों को बताते हैं कि किस तरीके से टेस्ट क्रिकेट में खेलने के बाद से मोहम्मद सिराज की बॉडी लैंग्वेज ही चेंज हो गई है। उन्होंने हर्षल पटेल की भी तारीफ की जबकि युजवेंद्र चहल को भी एक बेहतर गेंदबाज बताया। कोहली मानते हैं कि आईपीपल फॉर्मेट ऐसा है जो आपको मौके तो देता है लेकिन अगर आपअच्छा नहीं करेंगे तो यह तेजी से निकल भी जाता है इसलिए एक आईपीएल का अभियान उतना ही अच्छा होता है जितना कि खिलाड़ी खेलते हैं। कोहली कहते हैं कि इस साल खिलाड़ियों ने जिम्मेदारी ली और पूरे भरोसे के साथ अपने खेल को आगे बढ़ाया।