नहीं चाहता कि मुंबई करे प्लऑफ में क्वालिफाई
क्रिकबज के हिंदी लाइव में बात करते हुए सहवाग ने कहा कि वह चाहते हैं कि आईपीएल में इस साल कोई नई टीम चैम्पियन बने और पंजाब किंग्स, दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम खिताब जीतती हुई नजर आये। उल्लेखनीय है कि आईपीएल के 13 सालों के इतिहास में यही 3 टीमें हैं जो अब तक एक भी खिताब नहीं जीत सकी हैं और इन 3 में से 2 टीमें प्लेऑफ में पहुंचने की कगार पर हैं।
इस दौरान सहवाग ने 14वें सीजन के प्लेऑफ समीकरण भी बात करते हुए कहा,' मैं नहीं चाहता कि मुंबई इंडियंस इस साल टॉप 4 में पहुंचे, इस साल एक नई टीम को क्वालिफाई करना चाहिये और हमें एक नया चैम्पियन मिलना चाहिये। यह बैंगलोर, दिल्ली या पंजाब कोई भी हो सकती है।'
मुंबई के पास अब भी क्वालिफाई करने का मौका
उल्लेखनीय है कि आईपीएल के इतिहास में यह तीनों टीम खिताबी फाइनल मैच खेल चुकी हैं लेकिन अपनी टीम के लिये खिताब जीत पाने में नाकाम रही है। दिल्ली और आरसीबी की टीम ने इस साल शानदार प्रदर्शन किया है और खिताब जीतने के प्रबल दावेदारों में शामिल हैं। सहवाग ने भले कहा कि वो आईपीएल 2021 के लिये एक नई टीम को चैम्पियन बनते हुए देखना चाहती हैं लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि फैन्स को अभी मुंबई को खिताब की रेस से बाहर नहीं मानना चाहिये क्योंकि 5 बार के खिताबी चैम्पियन ने पहले भी असंभव को संभव करके दिखाया है, फिर भले ही वो अभी टॉप 4 में शामिल क्यों न हों।
उन्होंने कहा,'अगर मुंबई इंडियंस की टीम अपने बचे हुए मैचों में जीत हासिल कर लेती है तो उसके 16 अंक हो जायेंगे और वो आसानी से प्लेऑफ में क्वालिफाई कर जायेंगे। हालांकि यह कर पाना मुंबई के लिये आसान नहीं होगा क्योंकि जब आप जीत के पीछे जान लगाकर भागते हैं तो गलतियां कर बैठते हैं और वही गलतियां आपकी टीम को हार तक पहुंचा देती हैं।'
मुंबई नहीं दोहरा पायेगी इतिहास
गौरतलब है कि मुंबई इंडियंस की टीम को अपने अगले मैच में दिल्ली कैपिटल्स से भिड़ना होगा जिसमें वो पंजाब किंग्स के खिलाफ मिली जीत की लय को बरकरार रखना चाहेंगे। इस बीच यह देखना काफी रोमांचक होगा कि क्या सहवाग की नया चैम्पियन मिलने की ख्वाहिश दिल्ली, बैंगलोर या पंजाब की टीम पूरा कर पायेंगी।
सहवाग ने अंत में कहा,'मुंबई के इतिहास को देखते हुए कहा जा सकता है कि वो अभी भी बाहर नहीं हैं क्योंकि वो पहले भी कई बार ऐसी परिस्थिति में रहे हैं जहां पर उन्हें हर मैच में जीत की दरकार थी और उन्होंने जीत हासिल कर प्लेऑफ के लिये क्वालिफाई किया और फाइनल भी खेले। तो ऐसे में हम ऐतिहासिक नजरिये से देखें तो मुंबई एक बार फिर से यह कर सकती हैं, लेकिन मैं इतिहास में इतना ज्यादा विश्वास नहीं रखता।'