मैं भी अपने करियर में यह नहीं कर सका
पृथ्वी शॉ की पारी की तारीफ करते हुए वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि जब मैं बल्लेबाजी करता था तो मैं भी लगातार छह गेंद पर छह चौके लगाने से पहले सोचता था। अपने करियर में मैं भी यह नहीं कर सका जो पृथ्वी शॉ ने करके दिखाया। शॉ की तारीफ करते हुए सहवाग ने कहा कि सभी छह गेंद पर छह चौके लगाना और हर गेंद को जबरदस्त गैप में खेलना आसान नहीं होता है। मैंने अपने करियर में ओपनिंग की है और कई बार सभी छह गेंद पर बाउंड्री लगाने की कोशिश की। लेकिन मुझे अधिकतम 18-20 रन ही मिले। मैं कभी छह चौके या छह छक्के एक ओवर में नहीं लगा पाया।ऐसा करने के लिए आपकी टाइमिंग जबरदस्त होनी चाहिए और हर शॉट गैप में होना चाहिए।
शॉ के मुरीद हुए सहवाग
सहवाग ने कहा कि बल्ले से पृथ्वी शॉ जबरदस्त थे, ऐसा लग ही नहीं रहा था कि वह क्रिकेट खेलने आए हैं या फिर ऐसा हो सकता है कि उन्हें शिवम मावी के खिलाफ आत्मविश्वास था क्योंकि अंडर-19 में वह उनके साथ खेल चुके हैं और उन्हें पता है कि वह कैसी गेंदबाजी करते हैं। मैंने नेट्स पर कई बार आशीष नेहरा के खिलाफ बल्लेबाजी की है, लेकिन कभी भी उन्हें चौका या छक्का नहीं मार पाया। जिस तरह की जबरदस्त पारी पृथ्वी शॉ ने खेली उसके लिए उन्हे बधाई। मैं और भी खुश होता अगर पृथ्वी शॉ ने शतक लगाया होता और नाबाद रहते हुए मैच को खत्म किया होता।
केकेआर पर भारी पड़े पृथ्वी
बता दें कि पृथ्वी शॉ मैच में 11 चौके और 3 छक्के लगाए जबकि पूरी केकेआर की टीम सिर्फ 10 चौके लगा पाई, यानी अकेले शॉ ने पूरी केकेआर की टीम से अधिक चौके लगाए। पहले बल्लेबाजी करने उतरी केकेआर की टीम 20 ओवर में सिर्फ 154 रन बना सकी। केकेआर की ओर से शुबमन गिल ने 43 रन तो आंद्रे रसल 45 रन बना सके। इन दोनों के अलावा कोई भी केकेआर का खिलाड़ी कुछ खास नहीं कर सका। वहीं दिल्ली कैपटिल्स की टीम ने पहले विकेट के लिए 132 रनों की साझेदारी की। शॉ ने 82 रन तो शिखर धवन ने 46 रन बनाए।