सेना में मैंने देखा है कोड
कप्तान इयोन मोर्गन जब बल्लेबाजी कर रहे थे तो मैच के बीच में डगआउट से 54 नंबर का संकेत कप्तान को दिखाया जा रहा था। इस पूरी घटना पर पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। वीरेंद्र सहवाग ने इस सामान्य बताते हुए कहा कि इसमे किसी भी तरह की कोई खामी नहीं है। सहवाग ने कहा कि हमने इस तरह की कोड लैंग्वेज सेना में देखी है। मुझे लगता है कि 54 केकेआर की रणनीति का एक नाम था, ये किसी गेंदबाज को लेकर हो सकता है। टीम मैनेजमेंट और कोच कप्तान को डगआउट से मदद करने की कोशिश कर रहे थे। इसमे कुछ भी गलत नहीं है।
ऐसे तो कोई भी कप्तान बन जाए
हालांकि वीरेंद्र सहवाग ने इस पूरी घटना को लेकर एक चिंता भी जाहिर की है कि अगर डगआउट से कप्तान को संकेत के जरिए संदेश दिए जाएंगे तो इसका असर कप्तानी पर भी पड़ेगा। अगर डगआउट से खेल को चलाया जाएगा तब तोकोई भी कप्तान हो सकता है। ऐस में कप्तान इयोन मोर्गन का क्या काम है। बतौर कप्तान मोर्गन के पास मैदान में कुछ अधिकार होती हैं और बतौर कप्तान उन्होंने इंग्लैंड की टीम को विश्वकप जिताया है।
कप्तानी पारी खेली
केकेआर के कप्तान मोर्गन ने कप्तान वाली पारी खेली है, अगर वो भी आउट हो जाते तो नीचे वाले बल्लेबाजों का भरोसा नहीं है, यही वजह है कि मैच जल्दी खत्म हुआ। मुझे लगता है कि अभी भी केकेआर की टीम के बल्लेबाजों को बेहतर करना होगा। एक बल्लेबाज के अच्छा करने से पूरी बल्लेबाजी ठीक नहीं हो सकती है। अगर यह स्कोर 160 रन का होता तो बैटिंग ऑर्डर से छेड़छाड़ नहीं किया जा सकता था, लिहाजा आज मैच में बैटिंग ऑर्डर में बदलाव करना चाहिए था। सहवाग ने कहा कि आंद्रे रसल को बल्लेबाजी के लिए ऊपर भेजा जाना चाहिए।