नई दिल्ली। आईपीएल में कोरोना संक्रमण के लगातार मामलों के बाद मंगलवार को आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल की आपात बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक वर्चुअल मीटिंग के जरिए हुई और महज 10 मिनट के भीतर यह फैसला ले लिया गया कि आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए सस्पेंड कर दिया जाए। बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने भी इस वर्चुअल बैठक में हिस्सा लिया और उन्होंने कहा कि जिस तरह से आईपीएल के बायो बबल में कोरोना का संक्रमण पहुंचा है उसके बाद आईपीएल को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है। शाह ने गवर्निंग काउंसिल की बैठक में कहा कि खिलाडि़यों की सुरक्षा सबसे पहले और टूर्नामेंट को सस्पेंड करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। हालांकि बैठक में एक सदस्य चाहते थे कि टूर्नामेंट को चलने दिया जाए, लेकिन ज्यादातर लोग यह चाहते थे कि टूर्नामेंट को टाल दिया जाए।
बायो-बबल में घुसा कोरोना और सस्पेंड हुआ आईपीएल
दरअसल सनराइजर्स हैदराबाद, दिल्ली कैपिटल्स के खिलाड़ी मंगलवार को कोरोना संक्रमित पाए गए थे, यही नहीं कोलकाता नाइट राइडर्स और चेन्नई सुपर किंग्स के सदस्य भी संक्रमित पाए गए थे। ऐसे में जब जय शाह ने अधिकारियों से बात की कि आखिर आगे क्या किया जाए तो सर्वसम्मति से हर कोई चाहता था कि आईपीएल को टाल दिया जाए। बता दें कि आईपीएल के इस सीजन में कुल 29 मैच कराए गए जबकि 31 मैच अभी और होने बाकी थे, लेकिन कोरोना के चलते बीसीसीआई ने बीच में ही टूर्नामेंट को रोकने का फैसला लिया। जिस तरह से कोरोना ने बायो बबल में सेंधमारी की थी उसके बाद बीसीसीआई के पास बहुत विकल्प नहीं बचे थे। खिलाड़ियों में कोरोना संक्रमण की बढ़ती संभावना और डर के बाद आईपीएल को स्थगित करने के अलावा दूसरा विकल्प नहीं दिख रहा था। आईपीएल के बायो बबल में बढ़ते संक्रमण के मामलों के बाद आईपीएल को स्थगित करने का फैसला लिया गया।
नेस वाडिया ने आईपीएल के आयोजन का किया समर्थन
वहीं आईपीएल को सस्पेंड किए जाने के फैसले का पंजाब किंग्स के सह मालिक ने समर्थन किया है। नेस वाडिया ने कहा कि मौजूद हालात को देखते हुए यह सबसे सही फैसला था। भारत में कई लोग मुश्किल में हैं। क्या आईपीएल का आयोजन इस साल कोरोना काल में कराना चाहिए था, इसपर वाडिया ने कहा कि आईपीएल के आयोजन से पहले हर स्थिति पर विचार किया गया था, लेकिन कोई भी परफेक्ट नहीं हो सकता है। आईपीएल का आयोजन भारत में कराए जाने का फैसला सही था। भारत में विश्वकप का आयोजन होना है और विश्वकप से पहले आईपीएल के आयोजन का फैसला सही था, दुर्भाग्य से हालात एकदम से बिगड़ने लगे।
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विदेशी खिलाड़ियों की तरह भारतीय खिलाड़ियों ने शिकायत नहीं की
डीडीसीए के पांच ग्राउंड्समैन जिस तरह से कोरोना संक्रमित पाए गए उसके बाद वाडिया ने कहा कि अगर ग्राउंड स्टाफ बायो बबल का हिस्सा नहीं थे तो इसे देखना चाहिए। जोखिम को कम करने के लिए वेन्यू को कम किया जा सकता था। वाडिया ने कहा कि पिछले साल की तरह यूएई में आईपीएल का आयोजन कराने से कोई खास फर्क नहीं पड़ता। हर किसी ने अपना बेस्ट करने की कोशिश की, कभी-खभी यह सही होता है और कभी यह गलत हो जाता है। जिस तरह से लगातार भारतीय खिलाड़ी बायो बबल में खेल रहे थे उसकी वाडिया ने तारीफ की और कहा कि विदेशी खिलाड़ियों की तरह किसी भी भारतीय खिलाड़ी ने शिकायत नहीं की।