14 साल की उम्र में छोड़ दिया था क्रिकेट
29 साल के लुकमान मेरीवाला के लिये आईपीएल के इस प्लेटफार्म तक पहुंचना आसान सफर नहीं रहा है। बड़ौदा के लिये खेलने वाले लुकमान मेरीवाला को करियर के शुरुआती दिनों में ज्यादा मौका नहीं मिला था, जिसके चलते उन्होंने 14 साल की उम्र में क्रिकेट छोड़ दिया था और घर की आर्थिक स्थिति में मदद करने के लिये फैब्रिकेशन का काम शुरू कर दिया था। हालांकि बाद में माता-पिता और चाचा के समर्थन ने इस खिलाड़ी को मैदान पर वापस भेजा और सपने को सच करने के लिये प्रोत्साहित किया।
दिल्ली कैपिटल्स की ओर से जारी एक वीडियो में उन्होंने कहा,' हमारे घर में 5 लोगों का परिवार था और मेरे पिता बेहद छोटे किसान, जिससे घर का खर्च चलाना काफी मुश्किल होता था। इसके चलते मैंने क्रिकेट छोड़कर फैब्रिकेशन का काम शुरू कर दिया था ताकि परिवार में कुछ आर्थिक मदद कर सकूं।'
इशांत शर्मा-उमेश यादव से सीखना चाहते हैं गेंदबाजी के गुर
लुकमान मेरीवाला ने जब परिवार के समर्थन से मैदान पर दोबारा वापसी की तो सपने को सच करने के लिये पूरी तरह से तत्पर दिखाई दिये और बड़ौदा की अंडर-19 टीम में जगह बनाई। इसके बाद वह रुके नहीं और बड़ौदा की वनडे टीम का हिस्सा बनने के बाद 2017 में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू भी किया। 20013-14 में वह टी20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बने। आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा बनने के बाद जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने साफ किया कि वह ईशांत शर्मा और उमेश यादव जैसे दिग्गज गेंदबाजों से अपनी गेंदबाजी में धार लाने पर मेहनत कर रहे हैं, और नेटस में बड़े खिलाड़ियों के खिलाफ गेंदबाजी कर कमियों को दूर कर रहे हैं।
ऐसा रहा है लुकमान मेरीवाला का घरेलू करियर
लुकमान मेरीवाला के अब तक के करियर की बात करें तो उन्होंने घरेलू स्तर पर टी20 क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है। मेरीवाला अब तक 44 टी20 मैच खेल चुके हैं जिसमें 7 से कम की इकॉनमी रेट और 15 की औसत से वह 72 विकेट हासिल कर चुके हैं। इस दौरान वो टी20 क्रिकेट में 3 बार 5 विकेट हॉल और एक बार 4 विकेट लेने का कारनामा भी कर चुके हैं।