स्पिन गेंदबाजी में है क्वालिटी बॉलर्स की कमी
आईपीएल अपने हर सीजन में कुछ नया लेकर दर्शकों के सामने आता है और शायद यही वजह है कि यह टूर्नामेंट न सिर्फ इतना चुनौतीपूर्ण होता है बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के बराबर माना जाता है। इस साल आईपीएल में कोई भी टीम अपने होम ग्राउंड पर एक भी मैच नहीं खेलेगी जिसके चलते सभी टीमों को होम पिच के फायदे से हाथ धोना पड़ा है। इसके तहत सीएसके की टीम को अपने पहले 5 मैच मुंबई में खेलने पड़ेंगे तो वहीं पर मुंबई की टीम को चेन्नई के मैदान पर अपने पहले 5 मैच खेलने पड़ेंगे। स्पिनर्स की मदद मशहूर चेन्नई की पिच पर मुंबई की टीम को काफी परेशानी हो सकती है क्योंकि उसके पास क्वालिटी स्पिनर्स की काफी कमी है।
चेपॉक के मैदान पर मुंबई की होगी अग्नि परीक्षा
मुंबई की टीम में स्पिन गेंदबाजों के नाम पर क्रुणाल पांड्या, जयंत यादव, राहुल चाहर और पीयूष चावला मौजूद है। जहां पर क्रुणाल पांड्या रनों की गति पर लगाम लगाने के लिये मशहूर हैं तो जयंत यादव को पिछले साल सिर्फ 2 मैच ही खेलने का मौका मिल सका था। दोनों ही खिलाड़ी विकेट निकालने में संघर्ष करते नजर आते हैं। वहीं राहुल चाहर की बात करें तो वह मुंबई के लिये इकलौते प्रभावी गेंदबाज नजर आते हैं। टीम ने पीयूष चावला को शामिल तो किया है लेकिन प्लेइंग 11 में उन्हें जगह मिलने के मौके कम ही नजर आते हैं, क्योंकि मुंबई की टीम हरफनमौला खिलाड़ियों पर ज्यादा भरोसा दिखाती नजर आती है। ऐसे में चेपॉक के मैदान पर इन गेंदबाजों की बल्लेबाजों के सामने अग्नि परीक्षा होगी।
तेज गेंदबाजों पर बढ़ जायेगी जिम्मेदारी
मुंबई इंडियंस के लिये क्वालिटी स्पिनर्स की गैर मौजूदगी में तेज गेंदबाजों पर विकेट निकालने की जिम्मेदारी बढ़ जायेगी। ऐसे में अगर वह ऐसा करने में नाकामयाब रहते हैं तो मुंबई की ताकत उसकी कमजोरी बन जायेगी और विस्फोटक बल्लेबाजों से सुसज्जित टीमें आसानी से मैच जीत सकती है। मुंबई के लिये इस परिस्थिति में टॉस अहम भूमिका निभायेगा, जहां पर रोहित शर्मा स्पिनर्स की गैर मौजूदगी में पहले फील्डिंग कर अपने विस्फोटक बल्लेबाजों के दम पर रनों का पीछा करने की रणनीति अपनाते नजर आ सकते हैं।