लॉकी फर्ग्यूसन को चुनना चाहिए था
कोलकाता नाइट राइडर्स ने नए सत्र से पहले होने वाली मेगा नीलामी से पहले रिटेंशन पर 42 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। हालांकि केकेआर ने रिटेंशन के समय एक बड़ी गलती कर दी। उन्हें अगर विदेशी खिलाड़ी चुनना था तो सुनील नरेन की जगह लॉकी फर्ग्यूसन को चुनना चाहिए था। केकेआर ने अपने कप्तान इयोन मोर्गन, सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल, पूर्व कप्तान दिनेश कार्तिक और पैट कमिंस से भी किसी को बरकरार नहीं रखा है। कमिंस तो पिछले सीजन के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी थे। घरेलू नाम जैसे नीतीश राणा, राहुल त्रिपाठी और पूर्व अंडर -19 विश्व कप में शिवम मावी और कमलेश नागरकोटी भी रिलीज हो चुके।
लॉकी फर्ग्यूसन थे सही विकल्प
केकेआर को विदेशी खिलाड़ी के रूप में लॉकी फर्ग्यूसन को चुनना चाहिए था जोकि माैजूदा समय नरेन से सही विकल्प साबित होते। नरेन ने पिछले सीजन में गेंद से तो कमाल किया था, लेकिन बल्ले से वह सहयोग नहीं दे पाए। नरेन ने 14 मैचों में 16 विकेट लिए थे। वहीं लॉकी फर्ग्यूसन ने 8 मैचों में 13 विकेट लेकर तहलका मचा दिया था। रिटेंशन के शुरू होने से पहले कयास लगाए जा रहे थे कि विदेशी खिलाड़ी के रूप में लॉकी फर्ग्यूसन पहली पसंद होंगे, लेकिन केकेआर प्रबंधन अपने पुराने साथी सुनील नरेन के साथ गया। खैर अब ये देखना बाकी है कि नरेन के कारण लॉकी फर्ग्यूसन को नजरअंदाज करना महंगा पड़ता है या नहीं। हालांकि केकेआर अगर उन्हें फिर से पाना चाहती है तो वह नीलामी में उन्हें अपने साथ जोड़ने के लिए रेस लगा सकती है।
दो बार जीता है केकेआर ने खिताब
केकेआर ने अनुभवी भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह और बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को भी रिटेन नहीं किया। कोलकाता नाइट राइडर्स ने गौतम गंभीर की कप्तानी में 2012 और 2014 में आईपीएल जीता था। इसके बाद केकेआर को खराब दाैर का सामना करना पड़ा लेकिन ईयोन मोर्गन की कप्तानी में हाल ही में हुए सीजन-14 के फाइनल में टीम पहुंच पाई थी, लेकिन वहां चेन्नई सुपर किंग्स से हार गए।
रिलीज हुए खिलाड़ी: शुभमन गिल, राहुल त्रिपाठी, इयोन मोर्गन, करुण नायर, नितीश राणा, गुरकीरत सिंह मान, शाकिब अल हसन, आंद्रे रसेल, बेन कटिंग, पवन नेगी, शिवम मावी, दिनेश कार्तिक, शेल्डन जैक्सन, टिम सेफर्ट, हरभजन सिंह, कमलेश नागरकोटी, कुलदीप यादव, लॉकी फर्ग्यूसन, प्रसिद्ध कृष्णा, संदीप वारियर, टिम साउथी, वैभव अरोड़ा