रिटेन होने के लिये तैयार नहीं है केएल राहुल-राशिद खान
इस खबर के सामने आने के बाद जो सबसे बड़ा सवाल फैन्स के मन में आ रहा है वो है कि आखिर इन दिग्गजों ने यह फैसला क्यों किया है। उल्लेखनीय है कि 2018 में पंजाब किंग्स से जुड़े केएल राहुल ने लगातार 4 सीजन में से 600 से ज्यादा रन बनाये हैं जबकि 2019 में 593 रन बनाये थे। हालांकि इस दौरान उनकी टीम का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा और वो प्लेऑफ में जगह बनाने में नाकाम रही है। वहीं सनराइजर्स हैदराबाद के लिये राशिद खान ने हर सीजन शानदार प्रदर्शन किया है, भले ही टीम का सीजन कैसा ही बीता हो राशिद खान ने हर सीजन फ्रैंचाइजी के लिये किफायती और खतरनाक गेंदबाजी की है। केएल राहुल के पंजाब से अलग होने की खबरें पहले ही मीडिया में आ चुकी थी जबकि राशिद खान के फ्रैंचाइजी से अलग होने की खबर पर पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी इरफान पठान ने इशारा किया है।
क्या लखनऊ की वजह से अलग हो रहे हैं दोनों खिलाड़ी
मीडिया में मिली खबरों के अनुसार केएल राहुल ने टीम के प्रदर्शन पर नाराजगी जताते हुए अलग होने का फैसला किया है जबकि राशिद खान ने नीलामी में जाकर अपनी कीमत बढ़ाने का फैसला किया है। हालांकि अब जो ताजा रिपोर्ट सामने आयी है उसमें वजह कुछ और ही निकल कर आ रही है, जिसमें दोनों के अलग होने के पीछे नई फ्रैंचाइजी लखनऊ को वजह बताया जा रहा है। इतना ही नहीं दोनों खिलाड़ियों की फ्रैंचाइजियों ने इसको लेकर बीसीसीआई के सामने लखनऊ की शिकायत की है और दावा किया है कि यह फ्रैंचाइजी रिटेन लिस्ट आने से पहले ही इन खिलाड़ियों को रिझाने की कोशिश में एप्रोच कर रही है, जिसकी वजह से वह करार को आगे बढ़ाने के लिये मान नहीं रहे हैं।
इनसाइड स्पोर्टस में छपी रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस पर बात करते हुए बताया है कि लखनऊ को लेकर बोर्ड को किसी भी तरह की लिखित शिकायत नहीं मिली है लेकिन दो फ्रैंचाइजियों ने मौखिक रूप से शिकायत की है कि लखनऊ की फ्रैंचाइजी खिलाड़ियों को रिटेन लिस्ट आने से पहले अपने खेमे में शामिल करने के लिये एप्रोच कर रही है।
लखनऊ के लिये साबित होगा मास्टरस्ट्रोक
बीसीसीआई अधिकारी ने आगे बात करते हुए कहा कि फिलहाल हमने इस मामले पर अपनी नजर बना रखी है और अगर यह आरोप सच साबित होते हैं तो लखनऊ की टीम पर एक्शन भी लिया जा सकता है। भले ही आईपीएल में दो नई टीमें जुड़ी हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम उसका संतुलन बिगाड़ना चाहते हैं।
गौरतलब है कि अगर लखनऊ की टीम नीलामी से पहले इन दोनों खिलाड़ियों को अपने खेमे में जोड़ने में कामयाब होती है तो यह उसके लिये मास्टरस्ट्रोक साबित हो सकता है। इन दोनों खिलाड़ियों का प्रदर्शन और फॉर्म जिस तरह का रहा है वो नीलामी में उन्हें अच्छी खासी रकम दिला सकता है, ऐसे में अगर लखनऊ की टीम उन्हें पहले ही खेमे में जोड़ लेती है तो वो नीलामी में मिलने वाली चुनौती से बच जायेगी और दो बड़े मजबूत खिलाड़ियों को भी हासिल कर लेगी।