राशिद-राहुल को क्यों किया गया रिलीज
पंजाब किंग्स के कोच अनिल कुंबले ने रिटेन लिस्ट सामने आने के बाद बताया कि हम केएल राहुल को रिटेन करना चाहते थे, इसी वजह से हमने उन्हें 2 साल पहले टीम की कप्तानी भी सौंपी दी थी, लेकिन जब इसको लेकर उनसे बात की गई तो उन्होंने नीलामी में जाने का फैसला किया, जिसके चलते हमें उन्हें रिलीज करना पड़ा है। हम उनके फैसले का सम्मान करते हैं। वहीं राशिद खान को लेकर भी यही खबर सामने आयी है कि सनराइजर्स हैदराबाद की टीम उन्हें रिटेन करना चाहती थी लेकिन वो ज्यादा रकम हासिल करने के उद्देश्य से नीलामी में उतरना चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि मौजूदा करार के अनुसार राशिद खान को 9 करोड़ रूपये की सैलरी दी जा रही थी तो वहीं पर पंजाब किंग्स के कप्तान केएल राहुल को 11 करोड़ रुपये मिल रहे थे। रिटेन किये गये करार के तहत जहां हैदराबाद की टीम राशिद खान को 12 करोड़ रुपये तक देने पर राजी हुई थी तो वहीं पर पंजाब किंग्स की टीम ने 15 करोड़ तक का ऑफर दिया था।
इतनी रकम के बावजूद क्यों राजी नहीं हुए राशिद-राहुल
इनसाइड स्पोर्टस की रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने राशिद खान और केएल राहुल के रिलीज होने पर खुलासा करते हुए कहा था कि दोनों खिलाड़ियों की फ्रैंचाइजियों ने बोर्ड से आरपीएसजी ग्रुप की लखनऊ टीम को लेकर शिकायत की है, जिसमें उन्होंने नीलामी से पहले खिलाड़ियों को करार करने के लिये संपर्क किया है। इस रिपोर्ट के अनुसार लखनऊ की फ्रैंचाइजी ने केएल राहुल को अपनी टीम से जुड़ने के लिये 20 करोड़ तो वहीं पर राशिद खान को 16 करोड़ की रकम ऑफर की है, जिसके चलते ही दोनों खिलाड़ियों ने नीलामी में उतरने का फैसला किया है।
बीसीसीआई अधिकारी के अनुसार पंजाब किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने फिलहाल कोई लिखित शिकायत नहीं की है और सिर्फ मौखिक रूप से अपनी नाराजगी दर्ज करायी गई है। ऐसे में बीसीसीआई मामले की जांच कर रही है और शिकायत सही पाये जाने पर दोनों खिलाड़ियों पर एक साल का बैन लगा सकती है।
किस नियम के तहत बैन हो सकते हैं खिलाड़ी
उल्लेखनीय है कि राशिद खान और केएल राहुल को अपनी-अपनी फ्रैंचाइजियों से रिलीज किया जा चुका है, ऐसे में अगर उन पर बैन लगाया जाता है तो दोनों को भारी नुकसान होगा। पर सवाल यह है कि क्या बीसीसीआई ऐसा कर सकती है और इसके लिये क्या नियम है।
गौरतलब है कि आईपीएल 2022 की नीलामी से पहले सीजन में जुड़ रही दो नई टीमों अहमदाबाद और लखनऊ की फ्रैंचाइजियां अपने खेमे में नॉन रिटेन प्लेयर्स की लिस्ट में से 3 खिलाड़ियों को जोड़ सकती है, ऐसे में अगर राशिद खान और केएल राहुल नीलामी में न उतरकर लखनऊ की फ्रैंचाइजी से रिपोर्ट की गई रकम में करार करते हैं तो बीसीसीआई को मिली शिकायत सही साबित होगी और उन पर बैन लग सकता है। हालांकि अगर यह खिलाड़ी आईपीएल 2022 की नीलामी में उतरते हैं और वहां पर लखनऊ की टीम उन्हें अपने खेमे में जोड़ने में कामयाब रहती है तो उन पर कोई बैन नहीं लगेगा।
आपको बता दें कि आईपीएल के इतिहास में पहले भी इस मामले को लेकर एक खिलाड़ी पर एक सीजन के लिये बैन लग चुका है। साल 2010 में राजस्थान रॉयल्स के लिये खेलने वाले रविंद्र जडेजा को सीएसके के साथ करार रहते हुए नये करार के लिये संपर्क करने के चलते एक सीजन के लिये बैन कर दिया गया था। ऐसे में अगर जांच सही पायी जाती है तो राशिद खान और केएल राहुल पर भी यह कार्रवाई हो सकती है। आईपीएल में किसी भी टीम के साथ करार रहते हुए दूसरे के साथ करार करने की बात करना असंतुलन पैदा कर सकता है, इसी के चलते बीसीसीआई ने यह नियम बनाया है।