नई दिल्ली। आईपीएल में राइज़िंग पुणे सुपरजाइंट्स ने पिछले साल जयदेव उनादकट को महज 30 लाख रुपए में खरीदा था। 2010 में डेब्यू करने वाले उनादकट को एक वक्त भूला दिया गया था। 26 साल के उनादकट ने आईपीएल 2015 और 2017 में सिर्फ दो मैच खेले थे। उन्हीं उनादकट को इस साल आईपीएल में 11 करोड़ 50 लाख की कीमत पर राजस्थान रॉयल्स ने खरीदा।
दुनियाभर में भारतीय शेयर बाजार और जीडीपी ग्रोथ रेट की सुर्खियां हैं। नोटबंदी और जीएसटी के दौर में उनादकट ने कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। 2010 में महज 19 साल की उम्र में टीम इंडिया के डेब्यू करने वाले उनादकट शुरुआती दौर के बाद पोरबंदर के इस गेंदबाज ने अपनी चमक खो दी।
टीम इंडिया के बुलंदियों तक पहुंचने के शोर के बीच उनादकट गुमनामी में मेहनत करते रहे। वसीम अकरम से मिले गाइडेंस ने उनादकट के करियर को नयी दिशा दी। आईपीएल में लाजवाब प्रदर्शन कर उन्होंने पिछले साल उस भारतीय टीम में जगह बनाई, जिसमें जडेजा और अश्विन जैसे प्लेयर को भी जगह नहीं मिली है।
आईपीएल में तीन फ्रेंचाइजी के हिस्सा रहे। इससे पहले वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दिल्ली डेयरडेविल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स में रह चुके थे। विराट कोहली और गौतम गंभीर के नेतृत्व वाली टीम से खेलते हुए उन्हें आईपीएल में कुछ खास मौका नहीं मिला।
पिछले सीजन में स्टीवन स्मिथ ने इस खिलाड़ी पर भरोसा जताया तो उसने उम्मीदों से कही ज्यादा बढ़कर प्रदर्शन किया। उनादकट ने पिछले सीजन में 12 मैचों में 13.41 के औसत से 24 विकेट लिए।
जिसमें हैट्रिक और एक ही मैच में पांच विकेट का करिश्मा शामिल था। उन्होंने पूरे सीजन मे सबसे ज्यादा मेडन ओवर भी फेंके थे। जयदेव ने पहली बार पोरबंदर के दलीप सिंह स्कूल ऑफ क्रिकेट के लिए खेला था।