यकीन नहीं था कि कोई भी मुझे खरीदेगा- तांबे
डीवाई पाटिल स्कूल मुंबई में स्पोर्टस टीचर के रूप में कार्यरत प्रवीम तांबे उम्र के इस पड़ाव पर भी रुकना नहीं चाहते। वह आज भी अपनी प्रतिभा के दम पर अपने से युवा खिलाड़ियों को टक्कर देना चाहते हैं।
माईखेल से बात करते हुए तांबे ने कहा,' मैनें कभी नहीं सोचा था कि मुझे कोई भी टीम खरीदेगी। मैनें बस भाग्य के भरोसे अपना नाम नीलामी के तहत भेजा और यह काफी आश्चर्यजनक रहा कि कोलकाता नाइट राईडर्स ने मुझे चुना और टीम के साथ जोड़ा। आशा है कि मैं केकेआर के लिये कुछ मैच खेल सकूं और जीत में योगदान दे सकूं।'
केकेआर के खिलाफ हैट्रिक लेना शानदार था
तांब से उनकी हैट्रिक को लेकर सवाल पूछने पर वह बोले,' किसी भी खिलाड़ी के लिये हैट्रिक लेना खास होता है। मेरे लिये यह बेहद शानदार अनुभव था। उस सीजन मैं सर्वाधिक विकेट लेने वाला (7.26 की औसत से 15 विकेट) खिलाड़ी था। पर दुर्भाग्य से हम क्वॉलिफायर्स में नहीं पहुंच पाये और रन रेट के आधार पर मुंबई से पिछड़ गये। आशा करता हूं कि इस बार मैं कोलकाता को क्वॉलिफायर्स तक पहुंचाने में अपना योगदान दे सकूं।'
प्रवीण तांब ने अपने आईपीएल करियर में अब तक 33 मैच खेले हैं जिसमें वह राजस्थान रॉयल्स और गुजरात लॉयन्स की टीम के साथ भी नजर आये। इस दौरान उन्होंने 28 विकेट झटके। तांबे ने अपनी हैट्रिक के दौरान जिन खिलाड़ियों को शिकार बनाया था वह थे मनीष पांडे, युसुफ पठान और रेयान टेन डोसाथे।
2016 के बाद से नहीं मिला मौका, केकेआर ने अनुभव के चलते खरीदा
केकेआर में अपने चयन पर तांबे ने कहा,' मैं 2016 के बाद से आईपीएल का हिस्सा नहीं बन पाया हूं। मुझे इस बार भी कोई उम्मीद नहीं थी। शायद पीयूष चावला के न होने के चलते टीम को अनुभवी स्पिन गेंदबाज की जरूरत समझ आई हो इसलिये उसने मुझे खरीद लिया। उम्मीद है कि मुझे भी कुछ मैच खेलने को मिल जाये। यह बेहद शानदार अनुभव होगा जब कुलदीप यादव, सुनील नरेन जैसे खिलाड़ियों के साथ एक ही टीम में खेलने का मौका मिलेगा।'
फिटनेस के सवाल जानें क्या बोले तांबे
48 की उम्र में खुद को फिट रखने की बात पर तांबे ने कहा,' मैनें हमेशा खुद को फिट रखा है और सेहत पर ध्यान दिया है। हाल ही में मैनें टी10 लीग खेला जहां पर हैट्रिक ली। आपको बस अपना ध्यान केंद्रित करना होता है बाकी अपने आप आ जाता है। मैं यहां पर कुछ भी सिद्ध करने की कोशिश नहीं कर रहा हूं। मैं बस इतना कहना चाह रहा हूं कि मैं हर मैच को एन्जॉय करना चाहता हूं और टीम की जीत में किसी भी तरह से योगदान देना चाहता हूं। मैं इस मौके के लिये केकेआर के मैनेजमेंट का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं।'