नई दिल्ली: वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज शेल्डन कॉटरेल को किंग्स इलेवन पंजाब (KXIP) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 2020 सीजन के लिए नीलामी में लिया था। बाएं हाथ के गेंदबाज को 8.5 करोड़ रुपये में खरीदा गया। हालांकि पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने कहा कि क्रिस मॉरिस और पैट कमिंस के हाथ से निकलने के बाद फ्रैंचाइजी ने जल्द में कॉटरेल को लेने का फैसला किया।
गंभीर ने कहा कि पंजाब की टीम के क्रिकेट संचालन के निदेशक अनिल कुंबले के पास मॉरिस और कमिंस के नीलामी में सबसे महंगे खिलाड़ियों में से दो के हाथ से निकलने के बाद ज्यादा विकल्प नहीं थे। गंभीर के अनुसार, कॉटरेल के पास 145 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति के बावजूद सटीकता नहीं है।
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गंभीर को लगता है कि शेल्डन कॉटरेल को अभी भी सटीकता पर काम करना है। गंभीर ने कहा,
"कोई बेहतर विकल्प नहीं थे, पैट कमिंस और क्रिस मॉरिस दोनों बिक गए थे - उन्होंने (क्रिस) मॉरिस को पाने के लिए कड़ी मेहनत की, लेकिन यह काम नहीं बन पाया। मुझे अब भी नहीं लगता है कि शेल्डन कॉटरेल के पास 8.5 करोड़ का गेंदबाज बनने के लिए पर्याप्त गुणवत्ता है, "गंभीर को टाइम्स नाउ में कहा।
"उनको अभी भी सटीकता और गति पर काम करना बाकी है। वह 145 की गति से गेंदबाजी कर सकते हैं; वह कटर लगाकर देख सकता है लेकिन वह मोहाली में मदद नहीं कर सकता है। मुझे लगता है कि अनिल कुंबले ने उन्हें हताशा में पिक किया क्योंकि उन्हें क्रिस मॉरिस या पैट कमिंस नहीं मिले। अगर मांग अधिक है और आपूर्ति कम है, तो ये चीजें होती हैं, "गंभीर ने कहा।
बता दें कि 50 लाख के आधार मूल्य से कॉटरेल को काफी ज्यादा रकम में खरीदा गया। कॉटरेल वर्तमान में तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज के लिए भारत में हैं।
जहां तक मॉरिस और कमिंस का संबंध है, दोनों ने गुरुवार को आईपीएल नीलामी में काफी लाइमलाइट बटोरी। कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने 15.5 करोड़ की बोली के साथ कमिंस को खरीद लिया। दूसरी ओर क्रिस मॉरिस रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के खेमें में 10 करोड़ रूपये में बिके।