3 टीमें चाहेंगी खरीदना
श्रीसंत को खरीदने के लिए हालांकि तीन टीमें हैं जो दिलचस्पी दिखा सकती हैं। वो हैं- चेन्नई सुपर किंग्स, किंग्स इलेवन पंजाब तथा राजस्थान राॅयल्स। इन फ्रेंचाईजियों द्वारा श्रीसंत को खरीदने का एक कारण है। चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी उन्हें अपने साथ जोड़ना चाहेंगे। चेन्नई के पास फिलहाल कोई अनुभवी तेज गेंदबाज नहीं है। इसकी कमी उन्हें खली है, ऐसे में चेन्नई श्रीसंत को अपने साथ जोड़कर नया दांव लगा सकती है। वहीं पंजाब के लिए श्रीसंत पहले भी खेल चुके हैं। श्रीसंत ने आईपीएल डेब्यू पंजाब की ओर से ही खेलते हुए किया था। उन्होंने पहले सीजन में 19 विकेट चटकाए थे तथा वह दूसरे सबसे सफल गेंदबाज साबित हुए थे। पंजाब के पास मोहम्मद शमी जैसा शानदार गेंदबाज है। अगर श्रीसंत भी पंजाब के साथ जुड़ते हैं तो यह दोनों गेंदबाज विरोधियों पर भारी पड़ सकते हैं। वहीं श्रीसंत ने अपना आखिरी आईपीएल सीजन राजस्थान की ओर से खेलते हुए खेला था। राजस्थान के पास भी कोई अनुभवी गेंदबाज नहीं है। अब देखना यह बाकी है कि क्या राजस्थान फिर से श्रीसंत को अपने साथ जोड़ती है या नहीं।
आखिर क्या है बेस प्राइस?
अब बात आती है बेस प्राइस की। तो श्रीसंत ने अपना बेस प्राइस 75 लाख रखा हुआ है। उनके अनुभव के हिसाब से यह कीमत ज्यादा नहीं है। ऐसे में कोई भी फ्रेंचाईजी उनपर इतना पैसा खर्च करन अपने साथ जोड़ने के लिए संकोच नहीं करेगी। श्रीसंत के पास 44 आईपीएल मैच खेलने का अनुभव है। इस दाैरान उन्होंने 40 विकेट लिए हैं, जबकि सर्वश्रेष्ट प्रदर्शन 29 रन देकर 3 विकेट रहा।
स्पॉट फिक्सिंग के चलते लगा था बैन
गाैर हो कि श्रीसंत 2013 में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में गिरे थे। 2013 के आईपीएल में तब राजस्थान के तीन खिलाड़ी फिक्सिंग में पाए गए थे। श्रीसंत के अलावा अंकित चव्हाण और अजीत चंदीला पर भी कार्रवाई हुई थी। तीनों पर आजीवन प्रतिबंध लगा लेकिन केरल हाईकोर्ट ने क्रिकेट में उतरने की इजाजत दे दी। ऐसे में 13 सितंबर 2020 को उनपर लगा बैन समाप्त हो गया। अब 2011 विश्व कप में भारत के लिए खेल चुके श्रीसंत को फिर से राष्ट्रीय टीम में वापसी करने की उम्मीद है।