बठिंडा: पंजाब के बठिंडा शहर के रहने वाले मयंक का जन्म 10 नवंबर 1997 को हुआ था। मयंक को क्रिकेट का शौक बचपन से ही था। 10 साल की उम्र में ही मयंक ने क्रिकेट को सबकुछ मान लिया था। मयंक ने अपने करियर की शुरुआत फास्ट बॉलर के रूप में की थी। पर मयंक की स्पीड ज्यादा नहीं थी औऱ साथ ही वो बैक ऑफ द हैंड स्लोवर डिलीवरी बहुत अच्छे तरीके से डालते थे। ठीक वैसे जैसे स्पिनर गुगली डालते हैं। तब इनके कोच ने इनको लेग स्पिन डालने को कहा औऱ मयंक की प्रैक्टिस शुरू हुई। इसके बाद मयंक ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज मयंक को भला कौन नहीं जानता हैं।
अपनी परफॉर्मेंस से मयंक ने मुंबई इंडियंस के फैसले को सही साबित कर दिया है। मयंक ने CSK के खिलाफ 4 ओवर में 23 रन देकर 3 विकेट लिए। ये तीन विकेट थे अंबाती रायडू, महेंद्र सिंह धोनी और दीपक चहर के। पहले ही मैच में CSK के खिलाफ मयंक ने तहलका मचा दिया था।
मयंक सचिन के बड़े फैन हैं लेकिन बॉलिंग में वो शेन वॉर्न को फॉलो करते हैं। उनकी बॉलिंग को करीब से देखते और सीखते आ रहे हैं। मयंक इंडिया की अंडर-19 टीम के लिए भी खेल चुके हैं। मयंक ने इसी साल फरवरी से विजय हजारे ट्रॉफी में पंजाब के लिए लिस्ट ए मैच खेलना शुरू किया था। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी मयंक ने खेला और इसके बाद ही मयंक सेले्टर्स की नजर में भी आए। विजय हजारे में जहां मयंक ने 10 विकेट लिए थे तो सैयद मुश्ताक में उनके हाथ 5 विकेट लगे थे लेकिन IPL ने मयंक को बड़ा और दमदार स्पिनर का तमगा भी दे दिया हैं।
27 जनवरी, 2018 को अंडर-23 का एक मैच खेल रहा था लेकिन उस वक्तर दिमाग बिडिंग में चल रही थी। बेचैनी तो बढ़ रही थी और अंत में मैच खत्म हुआ तब इस खिलाड़ी के हाथ उसका फोन लग ही गया। फोन पर नोटिफिकेशंस की बाढ़ आ चुकी थी। 37 मिस्ड कॉल और 300 मैसेज बता रहे था कि मयंक को MI ने 20 लाख रू में टीम के लिए चुन लिया हैं।
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