नई दिल्ली। भारतीय टीम की घरेलू फ्रेंचाइजी टूर्नामेंट आईपीएल की पहली विजेता राजस्थान रॉयल्स की टीम में इस फ्रेंचाइजी के पूर्व कप्तान शेन वॉर्न ने अपनी हिस्सेदारी पर जवाब दिया है। ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न ने बताया कि कैसे उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की टीम राजस्थान रॉयल्स (RR) में छोटी सी हिस्सेदारी मिली और कैसे उससे उन्हें भविष्य में अच्छा पैसा मिलेगा। आईपीएल में अपने टी20 करियर के दौरान शेन वॉर्न ने 3 बार राजस्थान रॉयल्स टीम के लिये नेतृत्व किया। शेन वॉर्न आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए 2008 से 2011 तक खेले थे।
अंग्रेजी अखबार हेराल्ड सन से बात करते हुए शेन वॉर्न ने अपने कॉट्रेक्ट के बारे में बात करते हुए बताया कि पहले सीजन में जब उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के साथ करार किया था तो टीम के मालिकों ने एक एड ऑन फायदा दिया।
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करार के अनुसरा शेन वॉर्न जितने भी साल आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिये खेलेंगे टीम हर साल उन्हें 0.75 फीसदी टीम की हिस्सेदारी देगी।
इस करार के चलते वर्तमान में शेन वॉर्न के पास टीम के 2.25 प्रतिशत हिस्सेदारी का मालिकाना हक मिल गया है।
अखबार ने वॉर्न के हवाले से लिखा है, 'यह मेरे करार का हिस्सा था क्योंकि मैं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुका था और संन्यास से लौटकर आया था। उन्होंने मुझसे टीम की कप्तानी करने, कोच और क्रिकेट टीम को अपने मनमुताबिक चलाने को कहा था। मेरे ऊपर ही सभी जिम्मेदारी थीं।'
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इस दिग्गज लेग स्पिनर की कप्तानी में राजस्थान रॉयल्स ने पहले सीजन का खिताब अपने नाम किया था। वॉर्न ने कहा, 'हम उसमें अंडरडॉग्स थे, किसी ने हमें जीत का दावेदार नहीं माना था।'
शेन वॉर्न ने बताया कि टीम की इस हिस्सेदारी के चलते उन्हें भविष्य में करोड़ों का फायदा मिलेगा।