नई दिल्लीः आईपीएल भारत में क्रिकेट को कितना लोकप्रिय कर चुका है ये कोई छुपी बात नहीं है। पुरुष क्रिकेट की कायापलट हो चुकी है लेकिन महिला क्रिकेट को लेकर अभी आईपीएल का कॉन्सेप्ट आया बाकी है। कुछ चैलेजिंग सीरीज बीच में चलती है पर पूरी तरह से आईपीएल की तर्ज पर एक पूरी प्रतियोगिता का होना अभी बाकी है। अगर ऐसा जल्द होता है तो यह महिला क्रिकेट के विकास में एक और बड़ा कदम होगा।
न्यूजीलैंड की कप्तान सोफी डिवाइन ने कहा है कि महिलाओं की इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) खेल की वैश्विक लोकप्रियता के विस्तार में "अगला कदम" होगा।
इसी बीच में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 2018 से महिला टी20 चैलेंज की मेजबानी की है। यह प्रतियोगिता दो टीमों के बीच एकतरफा मैच के रूप में शुरू हुई फिर इसे 2018 में तीन-टीम प्रतियोगिता में बढ़ा दिया गया।
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दरअसल आईपीएल से पहले ही इंग्लैंड में 'द हंड्रेड' और ऑस्ट्रेलिया में 'बिग बैश' लीग में महिला प्रतियोगिता शुरू हो चुकी है और ऑस्ट्रेलिया में तो इस प्रतियोगिता को खासी लोकप्रियता भी मिली है।
डिवाइन ने ऑस्ट्रेलिया में महिला बिग बैश लीग (डब्ल्यूबीबीएल) की सफलता और इसके प्रभाव का हवाला देकर अपनी बात रखी।
डिवाइन ने सोमवार को कहा, "ऑस्ट्रेलिया में बिग बैश की सफलता प्रोफाइल को बढ़ाने में बहुत बड़ी रही है, और क्रिकेट के स्तर में भी निश्चित रूप से सुधार हुआ है।"
"मैं एक महिला के आईपीएल को शुरू होते देखना पसंद करूंगी। मुझे लगता है कि यह निश्चित रूप से महिलाओं के लिए खेल को विश्व स्तर पर आगे बढ़ाने का अगला कदम है।"
टीम की साथी सुजी बेट्स ने कहा कि फ्रेंचाइजी क्रिकेट ने महिलाओं के खेल को "काफी" बदल दिया है।
बेट्स ने कहा, "कोई भी फ्रेंचाईजी जो इंटरनेशनल क्रिकेट को सपोर्ट करती है वह गेम को आगे बढ़ाने की कुंजी है और मेरी राय में अगला बड़ा स्टेप भारत है क्योंकि बिग बैश लीग और द हंड्रेंड को सफलता मिली है।"