पहले मैच में कोलकाता की टीम ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला किया.
टीम के कप्तान ब्रैंडन मैकलम का आईपीएल में ख़राब फ़ॉर्म इस मैच में भी जारी रहा और मैच की पहली ही गेंद पर वह विराट कोहली के हाथों कैच आउट हुए. उनका विकेट केविन पीटरसन को मिला.
कोलकाता की टीम कुछ ज़्यादा करिश्मा नहीं कर सकी और क्रिस गेल के 40 और वान विक के 43 रनों की मदद से टीम 139 रन बना सकी.
इसके बाद बल्लेबाज़ी करने उतरी बंगलौर की टीम के सलामी बल्लेबाज़ों ने 69 रन की पारी खेली और जाक कालिस का साथ दे रहे गोस्वामी 43 रन बनाकर आउट हुए.
उनके बाद कालिस 23 रन बनाकर आउट हुए. इससे आगे टीम के खिलाड़ी नियमित अंतराल पर चौकों छक्कों की मदद से स्कोर आगे बढ़ाते रहे.
मगर अंत में मार्क बाउचर ने 13 गेंदों में 25 रन बनाकर अंतिम ओवर में एक गेंद बाक़ी रहते बंगलौर को जीत दिला दी.
बाउचर को 'मैन ऑफ़ द मैच' का ख़िताब दिया गया.
दूसरा मैच
किंग्स एलेवन पंजाब ने आख़िरी ओवर में रोमाँचक मैच में जीत हासिल की
दूसरे मैच में भी कोई बड़े स्कोर देखने को नहीं मिले. किंग्स एलेवन पंजाब की पूरी टीम सिर्फ़ 119 रन ही बना पाई.
इसमें 45 रनों का योगदान था कुमार संगकारा का.
बाक़ी खिलाड़ी ज़हीर ख़ान और लसित मलिंगा की गेंदों के आगे बेबस से ही नज़र आए. ज़हीर ख़ान ने चार ओवर में 19 रन दिए और एक विकेट लिया.
जबकि लसित मलिंगा ने चार ओवर में 12 रन देकर दो विकेट लिए.
मुंबई की टीम जब बल्लेबाज़ी को उतरी तो ये स्कोर मामूली लग रहा था.
मगर जैसे ही एक रन के स्कोर पर सनत जयसूर्या का विकेट गिरा और चार रन के स्कोर पर सचिन तेंदुलकर पैवेलियन लौटे, मुंबई की हालत बिगड़ गई.
मुंबई की टीम 45 रन पर चार विकेट खो चुकी थी.
इसके बाद डुमिनी जब तक क्रीज़ पर थे एक बार लगा कि मुंबई की टीम शायद लक्ष्य पा ले मगर जैसे ही उनका विकेट गिरा मुंबई की उम्मीदें बुझने लगीं.
आख़िरी ओवर में मुंबई को जीत के लिए 12 रन चाहिए थे मगर टीम आठ ही रन बना सकी और किंग्स एलेवन पंजाब को तीन रन से जीत मिल गई.
कुमार संगकारा को 'मैन ऑफ़ द मैच' का पुरस्कार मिला.