नई दिल्ली। क्रिकेट की खबरों के गलियारों में कुछ दिनों पहले ही एक घटना ने सुर्खिया बटोरी थी। वह मामला था पाकिस्तान के बल्लेबाज को अंपायर द्वारा बहुत धीमी गति से आउट दिए जाने का। अब ऐसा ही एक मामला भारत के घरेलू टूर्नामेंट ईरानी ट्रॉफी में देखने को मिला है। ईरानी कप 2019 में ताजा रणजी ट्रॉफी विजेता विदर्भ और शेष भारत की टीमों के बीच मैच चल रहा है। इसी मैच में बल्लेबाज फैज फजल को अंपायर के द्वारा आउट दिए जाने का तरीका चर्चा में आ गया है।
यह वाक्या विदर्भ की पारी के दौरान घटित हुआ। पारी का 21वां ओवर चल रहा था और कृष्णप्पा गौथम विदर्भ के कप्तान फैज फजल को गेंदबाजी कर रहे थे। फैज ने इस स्पिनर की एक गेंद का डिफेंड करने का प्रयास किया लेकिन यह गेंद उनको छकाते हुए सीधे विकेटकीपर ईशान कृष्ण के दस्तानों में कैद हो गई। इसके बाद शेष भारत की ओर से जोरदार अपील की गई। इस अपील के बाद मैदानी अंपायर ने शुरू में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी लेकिन बाद में लंबी गहमागहमी के बीच अचानक अपनी अंगुली उठाकर विदर्भी कप्तान को पवेलियन लौटने का इशारा कर दिया।
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इस फैसले के बाद मैदानी खिलाड़ियों के अलावा फैज फजल का चेहरा भी देखने लायक था। हालांकि जब बल्लेबाज के बल्ले के पास से गेंद गुजरी तो एक आवाज सुनी गई थी और ईशान इसको लेकर बिल्कुल स्पष्ट दिखाई दे रहे थे कि गेंद ने बल्ले का किनारा लिया है। शुरू में अंपायर ने इसको नकारने की कोशिश की लेकिन जब उन्होंने मैदानी खिलाड़ियों का आत्मविश्वास देखा तो उनको लेग अंपायर नितिन मेनन से मदद लेते हुए देखा गया। तब जाकर लंबे समय बाद उन्होंने अपनी अंगुली उठाकर आउट करने का इशारा। वैसे आपको बता दें कि भारतीय घरेलू क्रिकेट में मैदानी अंपायरिंग के स्तर को लेकर सवाल लगातार उठ रहे हैं और टीमें घरेलू क्रिकेट में भी डीआरएस जैसी तकनीक का प्रयोग करने की मांग कर रहे हैं।