नई दिल्लीः T20 वर्ल्ड कप में समीकरण कुछ इस तरीके से बने हैं कि न्यूजीलैंड और अफगानिस्तान के बीच होने वाला मुकाबला एक तरह का वर्चुअल क्वार्टर फाइनल माना जाने लगा है। इस मुकाबले को अगर न्यूजीलैंड जीत लेता है तो भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने के चांस बिल्कुल खत्म हो जाएंगे लेकिन अफगानिस्तान को जीत मिली तो टीम इंडिया के पास बेहतर रन रेट के आधार पर सेमीफाइनल में जाने का मौका रहेगा।
इसके लिए भारत को सोमवार को नामीबिया के खिलाफ होने वाला मुकाबला भी जीतने की दरकार होगी। इन सब चीजों के चलते अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड का मुकाबला भारत में काफी ज्यादा दिलचस्पी के तौर पर देखा जाने लगा है जिसका मतलब यह है कि इसको क्रिकेट की दुनिया में हर जगह एक हाइप मिल चुकी है। लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाड़ी इन सब बातों से प्रभावित नहीं है और वे कहते हैं कि यह उनके लिए एक और सामान्य मुकाबला ही है।
90 प्रतिशत लोग मानते हैं भारत और अफगानिस्तान के बीच का मुकाबला फिक्स था- शोएब अख्तर
न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर जेम्स नीशम ने कहा कि वह बाहरी दुनिया में चल रही बातों से प्रभावित नहीं है और उनका काम केवल बेहतर क्रिकेट खेल कर मुकाबले को जीतना है। नीशाम साफ कहते हैं कि, हम तो विश्व कप में आने से पहले ही जानते थे कि हमें आगे बढ़ने के लिए भारत या पाकिस्तान में से किसी एक को बाहर करना होगा और यह बिल्कुल साधारण सी समीकरण थी।
दूसरी और न्यूजीलैंड के लेग स्पिनर ईश सोढ़ी ने भी इस मैच की हाइप को बिल्कुल दरकिनार कर दिया है और कहा है कि वे इसे केवल एक और सामान्य मैच की तरह ले रहे हैं।
पर समस्या यह है कि सवा सौ करोड़ से भी ज्यादा की आबादी वाला भारत पूरी तरह से इस मुकाबले को खुद से जोड़ चुका है जिसके चलते करोड़ों दर्शक मैच पर अपनी नजरें बनाए रखेंगे और अफगानिस्तान का सपोर्ट करेंगे लेकिन सोढ़ी कहते हैं कि न्यूजीलैंड इस बात से बिल्कुल भी चिंतित नहीं है कि बाहर क्या चल रहा है और उनको पूरा विश्वास है कि वह अफगानिस्तान को हराने में कामयाब रहेंगे।
हालांकि अफगानिस्तान ने T20 वर्ल्ड कप में शानदार क्रिकेट दिखाया है लेकिन वह भारत के खिलाफ बहुत बुरी तरह से हारे थे जिसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ वे वापसी करने के इच्छुक होंगे क्योंकि इस टीम के पास कुछ बहुत अच्छे स्पिनर मौजूद हैं जिनमें राशिद खान, मुजीब उर रहमान है इसके अलावा मोहम्मद नबी भी एक अनुभवी खिलाड़ी हैं जिनके पास और इन तीनों खिलाड़ियों के पास मिलकर किसी भी मैच को पलटने की काबिलियत भी है। सोढ़ी मानते भी हैं कि उनको इस तिकड़ी से बच के रहना होगा।