जबरदस्त शुरुआत
ईशान किशन ने अपने पहले टी-20 मुकाबले में 32 गेंदों पर 56 रनों की आतिशी पारी खेली। इस पारी में उनके साथ दूसरे छोर पर कप्तान विराट कोहली मौजूद थे, जिसकी वजह से ईशान की यह पारी कई मायनों में काफी खास रही। अपनी इस बारी के बाद ईशान किशन ने कहा कि विराट कोहली से बहुत कुछ सीखने को है। जिस तरह से मैच के दौरान वह आपसे बात करतें हैं वह आप पर से दबाव हटा देते हैं। वह बताते हैं कि आप क्या कर सकते हैं अपने शॉट खेलिए, इससे काम काफी आसान हो जाता है। लेकिन ईशान किशन से जुड़ी कुछ ऐसी बातें हैं जिस बहुत ही कम लोग जानते हैं।
बड़े भाई के बलिदान से बने क्रिकेटर
स्पोर्ट्सकीड़ा की खबर के अनुसार ईशान किशन के भाई भी शुरुआत में क्रिकेट खेलते थे और ईशान के पिता को इस बात का विश्वास था कि राज किशन क्रिकेटर बनेंगे। लेकिन अपनी प्रतिभा और लगन के दम पर ईशान किशन ने घरवालों को विश्वास दिलाया कि वह क्रिकेटर बन सकते हैं। ईशान के पिता का मानना था कि दो बेटों में से एक को कम से कम पढ़ाई में ध्यान देना चाहिए क्योंकि अगर क्रिकेट में कुछ नहीं हो पाया तो क्या होगा। यही वजह है कि ईशान के बड़े भाई राज ने क्रिकेट को छोड़ दिया, जिसके बाद ईशान किशन के लिए क्रिकेट में आने का रास्ता साफ हो गया।
अंडर-19 विश्वकप में टीम के कप्तान
ईशान किशन ने अपने बड़े भाई के इस त्याग को व्यर्थ नहीं जाने दिया। उन्होंने कड़ी मेहनत के दम पर इंडिया अंडर-19 टीम में अपनी जगह बनाई। उन्होंने ना सिर्फ अंडर-19 वर्ल्ड कप 2016 के लिए टीम में जगह बनाई बल्कि ईशान किशन को टीम का कप्तान चुना गया। हालांकि बतौर बल्लेबाज वर्ल्ड कप में ईशान सिर्फ एक अर्धशतक लगा पाए लेकिन उनकी कप्तानी में भारतीय टीम बिना कोई मैच हारे विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी।
रणजी में कायम किए बड़े रिकॉर्ड
समय के साथ ईशान किशन ने अपनी बल्लेबाजी में लगातार सुधार किया और अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने अपनी बल्लेबाजी पर लगातार काम किया। रणजी ट्रॉफी में झारखंड ने टीम की ओर से ईशान किशन ने एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया। दिल्ली के खिलाफ 336 गेंद पर ईशान किशन ने 273 रन बनाए। झारखंड की ओर से किसी भी खिलाड़ी द्वारा यह सर्वोच्च स्कोर है। 2019 में उन्होंने 113 रन की नाबाद पारी खेली और झारखंड की ओर से टी-20 क्रिकेट में सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड भी ईशान ने अपने नाम किया।
इन क्रिकेटरों ने आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया
ईशान किशन काफी आक्रामक बल्लेबाज हैं और वह तेजी से रन बनाने के लिए जाने जाते हैं। जिस तरह से आईपीएल में और अपने पहले टी-20 मुकाबले में ईशान ने लंबे-लंबे छक्के लगाए उसके हार हर किसी को उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी का अंदाजा हो गया। ईशान किशन ऑस्ट्रेलिया डेविड वॉर्नर और एडम गिलक्रिस्ट की बल्लेबाजी के मुरीद हैं और उन्हें अपना आदर्श मानते हैं। ईशान जब क्रिकेट के मैदान पर मुश्किल का सामना कर रहे थे और उनके बल्ले से रन नहीं बन रहे थे तो उनकी मदद टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने की। खुद ईशान किशन ने एक इंटरव्यू में बताया कि जब वह अपने स्टार्ट को बड़े स्कोर में बदल नहीं पा रहे थे तो महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें कहा था कि बतौर विस्फोटर बल्लेबाज आपको पता होना चाहिए कि आपको कब अटैक करना है और कब रुकना है और अटैक नहीं करना है।
मजे के लिए खेलते थे क्रिकेट
आज जब ईशान किशन अपनी बल्लेबाजी के दम पर सुर्खियां बटोर रहे हैं तो बचपन में ईशान किशन ने कभी नहीं सोचा था कि वह क्रिकेट को अपना करियर चुनेंगे। खुद ईशान किशन ने कहा कि वह बचपन में क्रिकेट सिर्फ मजे के लिए खेलते थे। लेकिन अपने छोटे से करियर में ईशान ने हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। बहरहाल देखने वाली बात यह है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ईशान किशन एक लंबी पारी खेल पाते हैं या नहीं।