नई दिल्ली। दुनिया भर में फैली महामारी कोरोना वायरस के बीच आईसीसी ने क्रिकेट को दोबारा शुरु करने के लिये कुछ नये नियमों को जारी किया है। इसमें सबसे प्रमुख और चर्चित रहा है गेंद को चमकाने के लिये मैच के दौरान सलाइवा के इस्तेमाल पर बैन लगाना। इसको लेकर आईसीसी ने साफ किया है कि अगर कोई खिलाड़ी गेंद पर सलाइवा का इस्तेमाल करता है तो उस पर 5 रन की पेनाल्टी लगा दी जायेगी। साथ ही गेंदबाज थूक के बजाय पसीने का इस्तेमाल कर सकते हैं।
वहीं आईसीसी की ओर से सलाइवा बैन के इस नियम को लेकर भारतीय क्रिकेट टीम के सीनियर तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए साफ किया है कि गेंद को चमकाने के लिए सलाइवा पर बैन लगाने से क्रिकेट का खेल सिर्फ बल्लेबाजों के पक्ष में चला जायेगा।
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इशांत शर्मा ने कहा कि आईसीसी का काम है कि वह क्रिकेट में संतुलन को बनाये रखे लेकिन उनके इस नियम के चलते चीजें बल्लेबाजों के लिए आसान हो जाएंगी। भारत के लिये 97 टेस्ट मैचों में शिरकत कर चुके इशांत शर्मा का मानना है कि अगर गेंदबाज को टेस्ट मैच में इस्तेमाल की जाने वाली लाल गेंद को चमकाने का मौका नहीं दिया जायेगा तो गेंद स्विंग ही नहीं होगी।
स्टार स्पोर्टस के शो 'क्रिकेट कनेक्टिड' में शिरकत करते हुए इशांत ने कहा, 'अग हम लाल गेंद को नहीं चमकाएंगे तो यह स्विंग नहीं होगी और अगर यह स्विंग नहीं होगी तो बल्लेबाजों के लिए चीजें आसान हो जाएंगी। मुझे लगता है कि प्रतिस्पर्धा बराबरी की होनी चाहिए ना कि बल्लेबाजों के लिए फायदेमंद। मुझे लगता है कि सबसे अहम चीज गेंद पर लार लगाने से बचने और गेंद को चमकाने से बचने की होगी। हमें इसके लिए विशेष सतर्कता बरतनी होगी क्योंकि हम गेंद को चमकाने के आदी हैं विशेषकर लाल गेंद को।'
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आपको बता दें कि इशांत शर्मा ने अब तक टेस्ट प्रारुप के 97 मैचों में 297 विकेट हासिल किये हैं जबकि वनडे करियर के दौरान 115 विकेट चटकाये हैं। उनका मानना है कि दोबारा क्रिकेट शुरु होने के बाद तेज गेंदबाजों को खास तौर पर सतर्कता बरतने की जरूरत होगी ताकि सुनिश्चित हो सके कि वो लार का इस्तेमान पहले जैसा नहीं कर सके।