छोटे फाॅर्मेट में आजमाए जा सकते हैं ज्यादा
वेंकटेश और हर्षल को छोटे फाॅर्मेट यानी कि टी20आई में अधिक आजमाया जा सकता है। दोनों ने आईपीएल के जरिए ही टीम में जगह बनाने में सफलता पाई है। आगामी टी20 विश्व कप को देखते हुए ये दोनों खिलाड़ी भी हर हाल में मिले हर माैके का पूरा फायदा उठाने का प्रयास करेंगे ताकि जगह पक्की की जाए। वेंकटेश को लेकर कप्तान रोहित शर्मा ने साफ कह दिया कि वो उन्हें अधिक माैके देना चाहते हैं, जबकि अक्षर भी रविचंद्रन अश्विन के साथ मिलकर स्पिन अटैक मजबूत कर सकते हैं।
काैन किसका काटेगा पत्ता?
हार्दिक पांड्या पिछले 2 सालों से कई बार फिटनेस को लेकर सवालों के घेरे में रहे हैं। हार्दिक को टी20 विश्व कप में बताैर बल्लेबाज उतारा गया, लेकिन वो कमाल नहीं दिखा पाए। हालांकि हार्दिक ने टीम में जगह एक ऑलराउंडर के रूप में बनाई थी, लेकिन पीठ की सर्जरी करवाने के बाद वे गेंदबाजी नहीं कर पाए। अब ऐसे में अगर हार्दिक ऑलराउंडर के रूप में काम नहीं कर पाते हैं तो उनका पत्ता काटने के लिए वेंकटेश तैयार हैं। वेंकटेश ऐसे खिलाड़ी हैं जो ना सिर्फ निचले क्रम पर बल्कि ओपनर के ताैर पर भी बैटिंग करने में माद्दा रखते हैं। साथ ही उनकी गेंदबाजी उनका प्लस प्वाइंट है जो उन्हें ऑलराउंडर बनाती है। 26 साल का ये खिलाड़ी टीम के लिए लंबी रेस का घोड़ा साबित हो सकता है। ऐसे में अगर वे टी20आई में अपना प्रभाव छोड़ते हैं तो फिर हार्दिक का पत्ता कटना तय है।
जडेजा के लिए हो जाएगी मुश्किल
रविंद्र जडेजा दुनिया के नामी ऑलराउंडरों में से एक हैं। लेकिन भविष्य में उनके लिए टी20आई में जगह बनाना मुश्किल हो सकता है। इसका कारण बनेंगे अक्षर पटेल जो ना सिर्फ गेंदबाजी भी कमाल की कर रहे हैं बल्कि बल्लेबाजी में भी दम दिखा रहे हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे टी20 मैच में अक्षर ने 3 ओवर में महज 9 रन देकर 3 विकेट चटाए। अक्षर ने वैसे तो 2015 में ही टी20आई में डेब्यू कर लिया था, लेकिन 2018 में वह जगह गंवा बैठे। अब 2021 में फिर उनकी टीम में वापसी हुई है जो दर्शाती है कि टीम मैनेजमेंट अक्षर को आगामी टी20 विश्व कप के लिए भी देख रही है। अक्षर आईपीएल में भी लगातार जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर अक्षर मिले माैकों पर बार-बार खुद को सही साबित करते हैं तो फिर जडेजा की छुट्टी हो सकती है।