जम्मू-कश्मीर। ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है जब कशमीर का कोई क्रिकेटर लाइम लाइट में आता हो। कहा जाता है कि घाटी के क्रिकेटरों को अपने सपने साकार करने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत और कड़ी परीक्षाओं से गुजरना पड़ता है। अगर ऐसे में बात महिला क्रिकेटरों की हो तो ये कठिनाई और भी बढ़ जाती है। इसीलिए जासिया अख्तर का राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में चयन होना अपने आप में खास है।
जासिया का चयन राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में हो गया है
जी हां, दरअसल जासिया अख्तर जम्मू कश्मीर से पहली महिला क्रिकेटर हैं जो भारतीय महिला क्रिकेट टीम में शामिल होंगी। जासिया का चयन राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में हो गया है। दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले की रहने वाले जसीया राष्ट्रीय शिविर में जगह बनाने वाली घाटी से पहली महिला क्रिकेट खिलाड़ी हैं।
जासिया 2013 में वनडे और टी-20 में टॉप परफॉर्मर रहीं थीं
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक 27 वर्षीय जासिया को पंजाब क्रिकेट टीम की कप्तान से एक एसएमएस के जरिया अपने चयन के बारे में पता चला। जासिया को अब भारतीय सीनियर महिला टीम के साथ बेंगलुरू में 18 सितंबर के एक महीने तक चलने वाले कैंप में रहना होगा। पंजाब की तरफ से खेलते हुए जासिया 2013 में वनडे और टी-20 में टॉप परफॉर्मर रहीं थीं। जासिया ने जम्मू-कश्मीर अंडर-19 टीम को राष्ट्रीय स्कूल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने में भी मदद की थी।
'जश्न नहीं मना सकते क्योंकि गृह मंत्री घाटी की यात्रा पर हैं'
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट्स के मुताबित जासिया ने कहा- "घाटी में हर किसी के लिए चुनौतीपूर्ण जीवन है। कश्मीरियों को खेल में करियर बनाने के बारे में सोचना संभव नहीं है, खासकर महिलाओं के लिए। हमारे लिए यह भी निश्चित नहीं हैं कि हम अगले दिन की रोशनी देखेंगे। अल्लाह ने मुझे पंजाब जाने और मेरे सपनों को पूरा करने का मौका दिया। मैं अपने दोस्तों के साथ भी इस समाचार का जश्न नहीं मना सकती क्योंकि गांव में कर्फ्यू जैसी स्थिति है। क्योंकि गृह मंत्री राजनाथ सिंह घाटी की यात्रा पर हैं। जब से वह (राजनाथ सिंह) तीन दिन पहले पहुंचे हैं तब से टेलिफोन लाइन और इंटरनेट काम नहीं कर रहा है।"
बहुत छोटे से घर में रहती हैं जासिया
आपको बता दें कि 2014 में कश्मीर बाढ़ के दौरान जासिया का 4 कमरों वाला घर बह गया था जिसके बाद वह पंजाब के अमृतसर में रह रहीं हैं। जासिया के वृद्ध पिता गुल मोहम्मद वानी एक छोटे किसान हैं जिनके पास बहुत कम जमीन है। वे जीवन याचिका चलाने के लिए अपने खेत में सेब और अखरोट पैदा करते हैं। 65 वर्षीय जासिया के पिता 7 लोगों के साथ 2 कमरों वाले घर में रहते हैं।
सचिन और हरमनप्रीत कौर को अपना आदर्श मानती हैं जासिया
सचिन और हरमनप्रीत कौर को अपना आदर्श मानने वाली जासिया अभी हाल ही में सहवाग क्रिकेट अकेदमी द्वारा गुरुग्राम में आयोजित टी 20 क्वींस इलेवन क्रिकेट लीग में शानदार प्रदर्शन के चलते चर्चा में आईं थी। जासिया ने फाइनल में श्रीलंका इलेवन के खिलाफ एलआईसी चंडीगढ़ इलेवन के लिए नाबाद 44 रन बनाए और अपनी टीम को खिताब जीतने में मदद की।
'बहुत कम अवसर होते हैं जब कश्मीरी लोग उत्सव मनाते हैं'
जासिया ने बताया कि परवेज रसूल ने उनसे कहा था कि वह एक दिन राष्ट्रीय टीम में जरूर शामिल होंगी। आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर के खिलाड़ी परवेज रसूल भारतीय सीनियर टीम की तरफ से खेल चुके हैं। जासिया ने बताया "जब परवेज रसूल को भारतीय टीम के लिए चुना गया था तो हमारे पास खुशी मनाने के लिए बहुत कुछ था। बहुत कम अवसर होते हैं जब कश्मीरी लोग उत्सव मनाते हैं। उन्होंने मुझे तब कहा था, 'बहन अब आपकी बारी है।'