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बुमराह को नाज है अपने सिक्स पैक पर
पिछले दो साल में जसप्रीत बुमराह की फिटनेस में कमाल की तब्दीली आयी है। उन्होंने जिम में घंटों पसीना बहा कर सिक्स पैक एब्स बनाया है। एक तेज गेंदबाज की बॉडी ऐसी होनी भी चाहिए। बुमराह को अपने सिक्स पैक पर बहुत नाज है। पिछले साल आस्ट्रेलिया दौरे के समय इस बात का पता चला कि बुमराह अपने बॉडी शेप को लेकर कितने सेंसेटिव हैं। मेलबोर्न टेस्ट के आखिरी दिन बुमराह ने एक शर्टलेस तस्वीर ट्वीटर पर शेयर की थी। इस तस्वीर में उनका सिक्स पैक साफ दिखायी पड़ रहा था। लेकिन उनके एक फैन को न जाने क्या सूझा कि उसने मजाक-मजाक में इस तस्वीर को फोटोशॉप के इस्तेमाल से बदल दिया। उसने इस तस्वीर में बुमराह को शर्ट पहना दी और लिख दिया- सॉरी भाई, मैं न्यूडिटी के खिलाफ हूं। इस बात से बुमराह बहुत नराज हुए थे। उन्होंने उस फैन को तत्काल ब्लॉक कर दिया था।
पहले ओवरवेट थे बुमराह
बुमराह जब 2013 में बुम्बई इंडियंस के लिए खेलने आये थे तब उनका फिजिक एक फास्ट बॉलर के लायक नहीं था। वे ओवरवेट थे। फील्डिंग भी लचर थी। अपने अनोखे एक्शन से वे गेंद जरूर तेज फेंकते थे लेकिन स्टेमिना की कमी थी। यहां आने पर बुमराह को पहली बार अहसास हुआ कि उनकी फिटनेस बाकी खिलाड़ियों से बहुत नीचे है। मुम्बई इंडियंस के फिजियो ने बुमराह पर बहुत मेहनत की। उनका वजन तो कम हो गया लेकिन दमखम बढ़ाने के लिए अभी और मेहनत की जरूरत थी। जब बुमराह टीम इंडिया में आये तो उन्हें एक नये होड़ में शामिल होना पड़ा। विराट कोहली ने टीम में फिटनेस का नया नामदंड स्थापित कर दिया था। कोहली और शिखर धवन ने सिक्स पैक बना कर दूसरे खिलाड़ियों को भी इस लेवल तक आने के लिए प्रेरित किया। बुमराह को अहसास हो गया कि अगर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में लंबी रेस का घोड़ा बनना है तो डौले-शौले बनाने होंगे। टेस्ट मैचों में जब 30-40 ओवर गेंदबाजी करनी होगी तो उसके लिए दमखम की जरूरत होगी। बस बुमराह भी इस होड़ में शामिल हो गये। जिम उनका पैसन बन गया। खानपान पर बेदर्दी से लगाम लगायी। बिरायानी, मिठाई और लेटनाइट पार्टी बंद। वे चूंकि फूडी थे इस लिए उन्होंने नियम बनाया कि सप्ताह में छह दिन संयम और अनुशासन और एक दिन फुल इंटरटेनमेंट। आज बुमराह स्वीकार करते हैं कि उन्होंने समय पर फिटनेस का महत्व समझ लिया वर्ना कठिन प्रतियोगिता में वे कब का पीछे छूट गये होते। खेल में टिके रहने के लिए केवल काबिलियत काफी नहीं बल्कि फिटनेस भी बहुत जरूरी है।
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फिट हैं तो हिट हैं
बुमराह अभी टॉप पर हैं। टॉप पर बने रहने के लिए उन्हें इसी तरह मेहनत करनी होगी। बुमराह के मुताबिक फिजिकली फिट रहने के लिए मेंटली फिट होना जरूरी है। दिमाग को शांत रखने के लिए मैं तैराकी करता हूं, संगीत सुनता हूं और योगा करता हूं। जब परिवार के साथ होता हूं तो क्रिकेट के बारे में बिल्कुल बात नहीं करता। मां हमेशा खाने-पीने के बारे में पूछती रहती है। मैं उनकी हर शंका दूर करता हूं। दोस्तों के साथ भी क्रिकेट पर कोई बात नहीं करता। मानसिक शांति के लिए थोड़े समय के लिए मैं क्रिकेट को दिमाग से निकाल देता हूं। बुमराह लगातार सीख रहे हैं। इसी का नतीजा है कि आज वे तेज गेंदबाजों की सूची में शीर्ष पर खड़े हैं।