जाॅन राइट ने पहचाना
बुमराह ने कहा, ''जिस समय मेरी उम्र 19 साल की थी तो मैं सैयद मुश्ताक अली ट्राॅफी खेलने के लिए गुजरात टीम में शामिल था। इस दाैरान मुझपर मुंबई इंडियंस के कोच जाॅन राइट थे। जॉन राइट ही वो शख्स हैं, जिन्होंने मेरी प्रतिभा को जाना और फिर मुझे खेलने का माैका मिला।" बुमराह ने कहा कि पार्थिव पटेल ने मुझे कहा कि तुम जाॅन राइट को काॅल कर लेना वो तुम्हें टीम में शामिल करना चाहते हैं। ऐसे में मैने कहा कि मजाक मत करो। मैंने अभी 1-2 घरेलू मैच खेले हैं, इतनी जल्दी किसी का सिलेक्शन नहीं होता।''
अभी भी हैं जाॅन राइट के संपर्क में
इस गेंदबाज को आईपीएल 2013 में जाॅन राइट के कहने पर टीम में शामिल कर लिया था। जाॅन राइट को लेकर बुमराह ने कहा कि उनके पास टैलेंट पहचानने की क्षमता है। उनकी वजह से मुझे माैका मिला। इसके बाद उन्होंने मेरी गेंदबाजी और फिटनेस पर खूब काम किया और इसी की बदौलत मैं यहां तक पहुंच पाया हूं। इसके आगे बुमराह ने कहा, "मैं आज भी उनके संपर्क में हूं और उनके साथ नई तकनीक को लेकर चर्चा करता रहता हूं। मैं उन्हें अब भी यही कहता हूं कि मैं उनकी वजह से भी भारतीय टीम में शामिल हूं, लेकिन वो कहते हैं कि तुम अपनी मेहनत के कारण यहां हो।''
माैजूदा समय हैं सबसे खतरनाक गेंदबाज
इस गेंदबाज ने बहुत ही कम समय में अपनी धाक जमा ली। उन्होंने पहला अंतरराष्ट्रीय मैच साल 2016 में खेला था। माैजूदा समय वो सबसे खतरनाक याॅर्कर फेंकने वाले गेंदबाज हैं। उन्हें 'याॅर्कर किंग' का नाम दिया गया है। कोई भी बल्लेबाज उनका सामना आसानी से नहीं कर सकता। छोटे से रनअप में बुमराह 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकने की क्षमता रखते हैं। उनकी सबसे बड़ी ताकत है याॅर्कर। बुमराह की याॅर्कर पर कई दिग्गज बल्लेबाज चकमा खा बैठे हैं। बुमराह 25 टेस्ट में 62 और 64 वनडे में 104 जबकि 49 टी20 मैचों में 59 विकेट ले चुके हैं।