नई दिल्ली। दुनिया भर में फैला महामारी कोरोना वायरस के बीच खेल जगत के दिग्गज खिलाड़ी लॉकडाउन में समय बिता रहे हैं और सोशल मीडिया के जरिये अपने पुराने दिनों को याद कर रहे हैं। इस दौरान पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद ने भी बीतें दिनों को याद करते हुए साल 1978-79 में भारतीय टीम के पाकिस्तान दौरे को याद किया। इस दौरे पर भारतीय टीम पाकिस्तान के खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने के लिये पहुंची थी।
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने उस सीरीज को याद करते हुए बताया कि इस सीरीज के दौरान पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने भारतीय टीम के मशहूर स्पिन गेंदबाजों की बखिया उधेड़ दी थी और खूब सारे रन लूटे थे। उल्लेखनीय है कि यह वह दौर था भारतीय टीम के स्पिन गेंदबाज बिशन सिंह बेदी, भगवत चंद्रशेखर और इरापल्ली प्रसन्ना दुनिया भर में अपनी गेंदबाजी के लिये मशहूर थे और इन स्पिनर्स की तूती बोलती थी।
और पढ़ें: यूनिस खान की कप्तानी से नाराज होकर पाकिस्तान खिलाड़ियों ने जानबूझकर किया खराब प्रदर्शन
भारत के खिलाफ इस सीरीज में पाकिस्तानी बल्लेबाज जावेद मियांदाद और जहीर अब्बास की जोड़ी ने इन स्पिन गेंदबाजों की अच्छी खबर ली थी और शानदार बल्लेबाजी करते हुए काफी रन बटोरे थे।
अपने यूट्यूब चैनल पर इस बारे में बात करते हुए जावेद मियांदाद ने कहा, 'चंद्रशेखर, बेदी, प्रसन्ना... यह भारत की ताकत थे। उनके स्पिनर्स ही उनकी सबसे मजबूत कड़ी थे। उन्होंने दुनिया भर में अच्छा प्रदर्शन किया था। लेकिन जब वे पाकिस्तान आए, उन्हें कोई कामयाबी नहीं मिली। हमारे खिलाड़ियों ने उन पर खूब रन कूटे।'
और पढ़ें: पाकिस्तान के दिग्गज स्पिनर ने बताया कैसे युजवेंद्र चहल बन सकते हैं महान
इस दौरान मियांदाद ने टेस्ट सीरीज के पहला मैच जो कि फैसलाबाद में खेला गया था उसे याद किया और कहा कि पहले टेस्ट मैच में मैंंने और अब्बास ने भारतीय स्पिनर्स पर आक्रामक बल्लेबाजी की।
मियांदाद ने कहा, 'मुझे याद है कि कि चंद्रशेखर जहीर भाई को कुछ परेशान कर रहे थे। उसके बाद उन्होंने मुझे कहा, 'जावेद इसे प्लीज मेरे लिए संभाल लेना।' मैंने हां कहा। इस बीच दूसरे छोर पर जहीर भाई बेदी साहब और प्रसन्ना पर काफी रन बना रहे थे। इसके बाद मैंने कहा, 'जहीर भाई मुझे भी कुछ रन बनाने दीजिए। मैं भी आगे बढ़कर उनके खिलाफ खेल सकता हूं। मैं यहां फंस गया हूं। मैं आखिरी गेंद पर सिंगल नहीं लूंगा।'
गौरतलब है कि फैसलाबाद में खेले गये इस मैच में जावेद मियांदाद ने 154 और जहीर अब्बास ने 176 रनों की शतकीय पारियां खेली थी, हालांकि यह मैच ड्रॉ रहा था।
और पढ़ें: Cricket : इतिहास के 5 सबसे खराब DRS फैसले, जानिए कोहली का कैसे उड़ा था मजाक
वहीं लाहौर में खेले गये दूसरे टेस्ट मैच में जहीर अब्बास ने शानदार दोहरा शतक लगाते हुए भारतीय स्पिनर्स को कोई राहत नहीं दी। इस मैच को पाकिस्तान ने 8 विकेट से जीत लिया।
सीरीज का तीसरा और आखिरी टेस्ट मैच कराची में खेला गया, जहां पर जावेद मियांदाद ने शतक बनाया और भारत को इस टेस्ट सीरीज में हार मिली। पाकिस्तान ने सीरीज 2-0 से अपने नाम की। चंद्रशेखर ने इस सीरीज में 48.12 के औसत से 8 विकेट लिए वहीं बेदी को 74.83 के औसत से छह विकेट मिले। पूरी सीरीज में प्रसन्ना को सिर्फ 2 विकेट मिले और औसत रहा 125.50 का रहा।