जयदेव उनादकट की प्रतिक्रिया-
उनादकट इस तरह की कोई सोच अपने अंदर नहीं लाना चाहते हैं कि उन्होंने ऐसा क्या गलत किया जो भारतीय टीम के श्रीलंका दौरे पर उनको चयन नहीं मिला। उनादकट ने भारत के लिए इससे पहले 10 T20 अंतरराष्ट्रीय मैच, सात एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय, और एक टेस्ट मैच खेला है लेकिन वे 20 सदस्यीय भारतीय टीम में जगह बनाने में नाकाम रहे। श्रीलंका गई टीम में अधिकतर लोग युवा थे और भारत की दिग्गजों से सजी हुई टीम इंग्लैंड में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप खेलने के लिए गई हुई है जिसके कारण उनादकट के पास और भी अधिक चांस थे। उनादकट ने एक लंबा पोस्ट किया है जो अमूमन खिलाड़ी नहीं करते हैं। सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा है-
"जब मैं बच्चा था तो मैंने क्रिकेट में अपना जुनून खोज लिया था। मैं इस खेल को पूरे दिल के साथ मैदान में देखता था और सभी महान खिलाड़ियों का प्रदर्शन देखता रहता था। पिछले कुछ सालों में मुझे भी इस खेल का अनुभव मिला है। मैंने देखा किस तरीके से दिग्गजों में कभी हार ना मानने वाला जज्बा होता है और वही मैंने अपने अंदर डालने का प्रयास किया है और वह मेरे अंदर वह है। जब मैं युवा था तो मैंने खुद को ऐसे गतिमान तेज गेंदबाज के तौर पर देखा जो छोटे शहर से आया था।"
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सोशल मीडिया पर लिखी एक भावुक पोस्ट-
जयदेव उनादकट की यह पोस्ट भावुक है जिसमें वे आगे कहते हैं कि धीरे-धीरे सोचने के तरीके बदल जाते हैं और इंसान भी बदल जाता है। उनका कहना है कि वह उतार-चढ़ाव के बाद परिपक्व हुए हैं उनमें कभी अतिउल्लास के मिले तो कभी अति निराशा के पल भी मौजूद थे हालांकि उनका कहना है कि खेल में यह सब चीजें बहुत कुछ सिखाती हैं और वह खेल के बिना अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते।
उनकी पोस्ट आगे अपनी बात जारी रखती है जिसमें वे कहते हैं, "इस खेल ने मुझे बहुत कुछ दिया है और एक पल के लिए भी मेरे अंदर यह बात नहीं आई कि मैं यह सोचूं कि मेरा टाइम कब आएगा या मैंने क्या गलती करी है जो मुझ को नहीं चुना गया। मैंने भूतकाल में भी अपने मौके पाए हैं और भविष्य में भी मैं उनको पाऊंगा। जब भी मुझे मौका मिलेगा यह मिल जाएगा।"
यह मेरे लिए और भी मेहनत करने का समय- उनादकट
29 साल के उनादकट कहते हैं कि वह सोशल मीडिया पर ताजगी बढ़ाने के लिए यह सब चीजें कह रहे हैं क्योंकि काफी सारी बातें कही जा रही हैं। इसके साथ ही उनका मानना है कि यह उनके खेल पर और भी ज्यादा मेहनत करने का टाइम है पहले से अधिक फोकस करने का समय है। उससे पहले सोशल मीडिया में फैली गंदगी हटाना भी जरूरी है।
बता दें इससे पहले क्रिकेटर से कमेंटेटर बने संजय मांजरेकर ने उनादकट को अनलकी बताया था कि वह टीम में जगह पाने से चूक गए। मांजरेकर ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से बात करते हुए कहा कि उनादकट को एक नेट गेंदबाज के तौर पर भी शामिल नहीं किया गया जबकि वह भारत के फर्स्ट क्लास क्रिकेट में एक अनुभवी गेंदबाज हैं और टीम इंडिया की ओर से पहले खेल भी चुके हैं। मांजरेकर का मानना है श्रीलंका दौरे पर गई भारतीय टीम में मजबूत तेज गेंदबाजी अटैक नहीं है क्योंकि सारे क्वालिटी गेंदबाज टेस्ट मैच खेल रहे हैं।