लंदनः कभी फैब फॉर की लिस्ट की बाहर माने जा रहे जो रूट ने टेस्ट क्रिकेट में ऐसी जबरदस्त वापसी की है और विराट कोहली की स्थिति बिल्कुल उलट हो गई है। एक समय कोहली के बल्ले से शतक पर शतक निकलता था और रूट फ्लॉप होते जाते थे, आज मामला उलट चुका है। रूट इस समय इंग्लैंड दौरे पर मौजूद भारतीय टीम के लिए बड़ी मुसीबत बन गए हैं। ये भारत की शुरू से खासियत रही है कि उसको कोई एक बल्लेबाज विदेशी दौरों पर पकड़ लेता है। इस बार यह जो रूट हैं।
जो रूट शनिवार को इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक के बाद टेस्ट क्रिकेट में 9000 रन पार करने वाले इंग्लैंड के दूसरे खिलाड़ी बन गए। रूट ने अपनी 197वीं टेस्ट पारी में इस मार्क को पार किया, जिससे वह ऐसा करने वाले इंग्लैंड के सबसे तेज बल्लेबाज बन गए, कुक ने अपनी 204 वीं पारी में यह आंकड़ा पार किया था।
लॉर्ड्स में भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन रूट ने अपना 22वां टेस्ट शतक और सीरीज का दूसरा शतक बनाया। उन्होंने दूसरे सत्र में 82 वें ओवर में तीन अंकों का स्कोर बनाया। रूट अंत तक आउट नहीं हुए और 321 गेंदों पर 180 रनों के साथ लौटे जिसके चलते इंग्लैंड ने पहली पारी में 391 रनों का स्कोर बनाया।
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रूट के शतक ने एंड्रयू स्ट्रॉस को पीछे छोड़ दिया है। वह अब ऑल टाइम लिस्ट ऑफ सेंचुरी में इयान बेल, जेफ्री बॉयकॉट, कॉलिन काउड्रे और वैली हैमंड के साथ संयुक्त तीसरे स्थान पर है। केविन पीटरसन 23 शतक के साथ दूसरे स्थान पर हैं जबकि कुक 33 शतकों के साथ आगे हैं।
ड्रा हुए पहले टेस्ट में भी रूट ने 64 और 109 का स्कोर किया था। 30 वर्षीय के अब टेस्ट क्रिकेट में भारत के खिलाफ 7 शतक हैं।
भारत के लिए इंग्लैंड दौरा अब तक खट्टा ही रहा है क्योंकी यह लगातार तीसरा टेस्ट मैच है जहां पर टीम इंडिया को जीत मिलती हुई नहीं दिख रही है। दूसरे टेस्ट में अभी भी 2 दिन का खेल बाकी है। देखना होगा क्या यहां पर कुछ नतीजा निकल पाता है या नहीं।
भारत की कुछ समस्याएं बहुत बड़ी हैं और लगातार तंग कर रही हैं। दो बड़े खिलाड़ी बिल्कुल अनिश्चित हो चुके हैं जिनमें विराट कोहली और बुमराह का नाम शामिल हैं। बुमराह ने इंग्लैंड में लचर प्रदर्शन से शुरुआत करने के बाद सीरीज के पहले टेस्ट में 9 विकेट लेकर अपनी वापसी की थी लेकिन लॉर्ड्स की पहली पारी में वे फिर से धारहीन दिखाई दिए। तेज गेंदबाजों में केवल उनको ही विकेट नहीं मिला। अगर बुमराह कुछ योगदान करते तो भारत के पास इस पारी में भी लीड का मौका होता। जबकि बैटिंग में विराट कोहली की भी यही स्थिति है। रहाणे और पुजारा इसमें और दिक्कत जोड़ते हैं।