दवा लेकर खेला आधा वर्ल्ड कप
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने वर्ल्ड कप 2019 में 20 विकेट झटके और टीम को विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने लॉर्ड्स पर इंग्लैंड की ओर से वो सुपर ओवर भी फेंका जिसने अंततः इंग्लिश टीम को पहली बार विश्व चैंपियन बनाया। आर्चर ने अब एक अंग्रेजी वेबसाइट को दिए साक्षात्कार में बताया है कि "वर्ल्ड कप के सेकेंड हाफ (आधे वर्ल्ड कप मैच) में हुए मैचों के दौरान मैं "असहनीय दर्द" से गुजर रहा था।' उन्होंने बताया कि मुझे वर्ल्ड कप के आधे मैचों को खेलने के लिए पैन किलर (दर्द की दवा) लेनी पड़ती थी।
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रॉबिन राउंड में लगी थी आर्चर को चोट
जोफ्रा आर्चर को इंग्लैंड के 5वें लीग मैच में ही मांसपेशी में खिंचाव आ गया था। इंग्लैंड की टीम अफगानिस्तान के खिलाफ यह मैच खेल रही थी जब आर्चर को इस चोट का एहसास हुआ। इंग्लैंड की टीम को वर्ल्ड के रॉबिन राउंड में भारत और न्यूजीलैंड के खिलाफ अगले दोनों मैच जीतने अनिवार्य थे ऐसी स्थिति में इंग्लैंड के कप्तान आयन मॉर्गन ने आर्चर को आराम नहीं देने का फैसला लिया। आर्चर ने बताया कि "उन्हें किसी भी हाल में अपने चोट को मैनेज करना था और अपनी टीम के लिए अगले हर मैच खेलने थे ऐसी स्थिति में उनके पास कोई विकल्प नहीं था।"
असहनीय था दर्द
आर्चर ने वर्ल्ड कप जीत के बाद उन पलों को याद करते हुए कहा " वह दर्द असहनीय था, मैं भाग्यशाली हूं कि अब यह ठीक हो चुका है। दर्द इतना कष्टदाई था कि बिना पैन किलर के मैं शायद गेंदबाजी ही नहीं कर पाता। अफगानिस्तान के खिलाफ हुए मैच में यह चोट उभरी थी और उसके बाद यह कम नहीं हुआ। मुझे कभी एक सप्ताह का आराम नहीं मिला क्योंकि टूर्नामेंट में लगातार मैच हो रहे थे और मुझे इससे पहले कभी इस बात का एहसास नहीं हुआ था कि काश मुझे एक सप्ताह या 10 दिनों की छुट्टी मिल जाती। इंग्लैंड को दर्द से गुजरने के बावजूद चैंपियन बनाने वाला यह गेंदबाज अब टेस्ट में डेब्यू करने की तैयारी में जुटा है और उन्हें उम्मीद है कि वो एशेज टेस्ट का हिस्सा बन पाएंगे। ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड के बीच एशेज टेस्ट का आगाज 1 अगस्त से होगा।
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